सौ वर्ष पूर्व भी रतलाम में जनोन्मुखी साहित्य धारा प्रवाहित थी…….जनवादी लेखक संघ की ‘ एक रचनाकार का रचना संसार ‘ श्रंखला
रतलाम. ( ivnews ) आज से सौ वर्ष पूर्व भी रतलाम में साहित्य की जनोन्मुखी धारा प्रवाहित थी । रचनाकार उस समय भी रचनाओं के माध्यम से जनता की आवाज़…