रचनात्मक सक्रियता को बनाए रखना महत्वपूर्ण…… ‘सुनें सुनाएं’ सोपान मे 93 वर्षीय श्री दिवे और 85 वर्षीय श्री पोरवाल ने भी पढ़ी रचनाएं
रतलाम। साहित्य , संस्कृति और लोककलाओं के प्रति रतलाम शहर का रुझान प्रारंभ से ही रहा है । अलग-अलग विधाओं में प्रयास कर रहे सभी लोगों को रचनात्मकता से जोड़ना…