
रतलाम ivnews कहते है बच्चों की पहली पाठशाला घर , परिवार और समाज होता है । बचपन के संस्कार ही व्यक्तित्व विकास के लिये पथ प्रदर्शक होता है । इन्ही उद्देश्यों को लेकर मासूम बच्चों के लिए संस्कारो की पाठशाला लगाई जाती हैं । डोंगरे नगर स्थित पशुपतिनाथ महादेव मंदिर परिसर में विगत एक साल से हर शाम संस्कारो की पाठशाला लगती है , जहां धर्म संस्कृति के साथ ही मैदानी खेलो से बच्चों को जोड़ा जा रहा है । सबसे बड़ी बात तो यह है कि संस्कारो की इस पाठशाला में 5 से 15 साल तक के बच्चे अनुशासित होकर बैठते हैं । जो हर रविवार 501 बार राम का नाम लिखते है । समय सीमा में राम नाम लिखने के बाद भजन भी करते है । बाद में उन्हें खेलो से भी जोड़ा जाता हैं । संस्कारो की पाठशाला में 35 बच्चे हैं जो निशुल्क संस्कार और संस्कृति से रूबरू हो रहे है । विहिप , बजरंग दल हनुमान प्रखंड विद्यार्थी प्रमुख दिलीप टांक के मुताबिक इस पाठशाला का उद्देश्य बच्चों को हिन्दू संस्कृति , धर्म से जोड़ना है जिससे बच्चे गलत संगत से दूर रहे । इस तरह के संस्कार प्रारंभ से देकर हमे हिन्दू राष्ट्र घोषित करवाना है ।