रतलाम IV न्यूज
प्राकृतिक आपदा में किसी व्यक्ति को बड़ा नुकसान हो जाता है तो भी उसकी मदद के लिए नोतरा बुलाया जाता है.। सभी रुपए जमा करते हैं और व्यक्ति की मदद हो जाती है. ऐसे ही सभी मिल जुलकर साथ रहते हैं. आदिवासी बताते हैं कि यह हमारे आदिवासी समाज के अंदर सदियों से नोतरा परंपरा चली आ रही हैं ।
इसी नोतरा परंपरा का निर्वहन आदिवासी नेता और हाल ही में सैलाना से निर्दलीय चुनाव लडे कमलेश्वर डोडियार अब अपनी राजनीति के कर्जे को निपटाने के लिए करने जा रहे हैं। शायद कमलेश्वर डोडियार राजनीति को भी आपदा के रूप में देख रहे हैं। हालाकि वे पहले किसी भी तरह के चुनाव लडने से इंकार कर बकायदा सोशल मीडिया में अपना वीडियो शेयर कर चुके थे लेकिन बाद में उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी बन कर चुनाव लडा जिसका परिणाम 3 दिसंबर को आएगा ।

- कर्ज के लिए नोतरा …?
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक पोस्टर के मुताबिक कमलेश्वर डोडियार रविवार 26 नवंबर को सरवन क्षेत्र में तेजाजी मंदिर में सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक नोतरा कर आर्थिक सहायता एकत्रित कर चुनावी कर्ज का निपटारा करेगे ।
*पैसा दो सहयोग लो..
नोतरा के होने वाले इस आयोजन के लिए बनाए गए पोस्ट में साफ लिखा है कि कमलेश्वर डोडियार विधायक बन रहा है जो आज आर्थिक सहयोग करेगा कमलेश्वर उसके साथ रहेगा ।