
रतलाम मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और गुजरात के दाहोद के बीच चलने वाली डेमू ट्रेन के डिब्बों पर लगे राज्य सरकार की योजनाओं के पोस्टर को भाजपा का प्रचार मानते हुए प्रदेश कांग्रेस महासचिव पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने एक शिकायत चुनाव आयोग को की है। शिकायत में आचार संहिता लगने के बाद भी ट्रेन के डिब्बों से इन पोस्टरों को नही हटाए जाने को रेलवे अधिकारियों की लापरवाही बताते हुए कारवाई की मांग की गई है।
राज्य निर्वाचन अधिकारी भोपाल को की गई इस शिकायत में प्रदेश कांग्रेस महासचिव पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने कहा की मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्दे नजर 9 अक्टूबर से आचार संहिता लागू हो गई है। आचार संहिता के संबंधित सारे निर्देश राज्य शासन को दे दिए गए हैं । लेकिन उसके बाद भी राज्य शासन के अधिकारी भारतीय जनता पार्टी के प्रचार में लगे हुए हैं । और प्रत्येक शहर में कई स्थानों पर शासन की योजना, विशेष कर लाडली बहना के पोस्टर लगे हुए हैं ।
आचार संहिता लगने के तीन दिन बाद भी दोहद उज्जैन हबीबगंज ट्रेन के सारे डब्बे पर राज्य शासन के पोस्टर लगे हुए हैं अधिकारियों की इतनी बड़ी लापरवाही से साफ है , कि राज्य प्रशासन चुनाव मे भारतीय जनता पार्टी के पक्ष मे भागीदारी कर रहा है । और भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने के लिए राज्यधन और संसाधनों का जमकर दुरूपयोग कर रहा है।

शिकायत में कहा गया की तीन दिन मे लाखो मतदाता इन विज्ञापनों से प्रभावित होकर भाजपा के पक्ष में मतदान कर सकते हैं , जो सीधा-सीधा चुनाव के परिणाम को प्रभावित कर रहा है ।
उल्लेखनीय है की मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के हबीबगंज से गुजरात के दाहोद के बीच चलने वाली डेमू ट्रेन इस दौरान करीब 6 जिलों भोपाल, सीहोर, शाजापुर, उज्जैन, रतलाम और झाबुआ से गुजराती है। इस ट्रेन में प्रतिदिन लाखो यात्री सफर करते है। यह ट्रेन लगभग 400 किलो मीटर की दूरी एक तरफ तय करती है। दोनो तरफ की दूरी मिला ली जाए तो करीब 800 किलो मीटर की दूरी यह ट्रेन प्रतिदिन तय करती है।
शिकायत में पूर्व विधायक कांग्रेस नेता ने कहा की इस विषय पर तत्काल कठोर कार्रवाई करें । और जिम्मेदार अधिकारी को चुनाव कार्य से बाहर करें । चुनाव में शासकीय मशीनरी का उपयोग करने के लिए भारतीय जनता पार्टी पर भी कठोर कार्यवाही की जाए।