रतलाम मेडिकल कॉलेज की संभागीय अंगदान प्रत्यारोपण प्राधिकार समिति के द्वारा बैठक में चार मरीजो को अंगदान स्वीकृति दी|
उपस्थित प्रकरणों में देवास , शाजापुर, नीमच एवं उज्जैन जिले से प्राप्त तीन पुरुष व एक महिला प्रकरण को स्वीकृति प्रदान की गई |इन सभी 39 से 42 वर्ष के बीच मरीजों के अंग प्रत्यारोपण इंदौर के विभिन्न अस्पतालों में किए जा रहे हैं|
समिति के समक्ष किडनी दान देने व लेने वाले परिवार सदस्य ने उनके परिवार की जानकारी के सभी आवश्यक दस्तावेज बताएं |समिति ने दस्तावेज में कमियां को दूर करते हुए उसी आधार पर किडनी प्रत्यारोपण की स्वीकृति प्रदान करी|
मेडिकल कॉलेज डीन डॉ जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि मेडिकल कॉलेज रतलाम द्वारा कम समय में पूरी जानकारी एकत्रित कर अंगदान प्रत्यारोपण स्वीकृति प्रदान की जा रही है जिससे संभाग के सभी मरीज को इसका लाभ मिल रहा है आज भी संभाग के चार जिलों के प्रकरण को स्वीकृति दी है
मेडिसिन विभागाध्यक्ष महेंद्र चौहान ने मरीज से उनकी पुरानी बीमारी की जानकारी लेकर अंग खराब होने के कारण की सूक्ष्मदर्शी जांच करी| महिला मरीज के परिवार में अनुवांशिक किडनी खराबी की जानकारी प्राप्त होने पर परिवार जनों को किडनी खराबी की बीमारी को फैलने से रोकने के लिए भविष्य में समय-समय पर जांच करवाने के निर्देश दिए गए |
काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी ने जानकारी देते हुए बताया कि गंभीर मरोजो की बीमारी को देखते हुए वीडियो कॉलिंग के माध्यम से स्वीकृति दी गई है| मरीज को जल्द स्वस्थ होने के लिए समिति द्वारा जितनी मदद हो सकती है की जा रही है|
रतलाम मेडिकल कॉलेज में संभागीय ऑर्गन प्रत्यारोपण प्राधिकार समिति सदस्य डीन डॉ जितेंद्र गुप्ता, मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ आनंद चंदेलकर, मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉक्टर महेंद्र चौहान, सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ नीलम चार्ल्स, स्वयंसेवी संस्था काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी, समाज सेविका श्रीमती मनीषा ठक्कर , नोडल अधिकारी डॉ अतुल कुमार के सामने प्रत्यारोपण के सभी प्रकरण रखे गए|