रतलाम
केंद्र सरकार द्वारा प्याज के निर्यात पर 40 शुल्क लगाए जाने से किसान आक्रोशित हो गए हैं। रतलाम में प्याज की पैदावार करने वाले किसानों ने विरोध स्वरूप मंडी में ताले जड़ कर नीलाम बंद कर दिया।
चुनाव से ठीक पहले प्याज पर चढ़े सवाल ने अचानक राजनीति भी गरमा दी है।किसानों ने शुल्क वापस नहीं होने तक चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी है।आज रतलाम और सैलाना मंडी को बंद किया गया है कल रतलाम में किसान रैली निकालेंगे।
केंद्र सरकार द्वारा प्याज के निर्यात शुल्क में वृद्धि करने से किसान भड़क गए हैं।बड़े हुए निर्यात शुल्क को लेकर केंद्र सरकार वित्त मंत्रालय द्वारा नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है इसके अनुसार 31 दिसंबर 2023 तक लागू रहेगा।नाराज किसानों का कहना है कि 40 लगाए जाने से प्याज की कीमतों मे 10 से 12 रुपये प्रति किलो की गिरावट आई है।रतलाम में प्याज उत्पादक किसान कांग्रेस एवं किसा नेता डीपी धाकड़ के नेतृत्व में आंदोलन पर उतर आए हैं।रतलाम में मऊ नीमच रोड स्थित कृषि उपज मंडी में किसानों ने सुबह से अपना आंदोलन शुरू किया गया।किसान गेट पर एकत्रित हो गए और मंडी का गेट बंद कर दिया गेट पर ही धरने पर बैठ गए। किसानों के आंदोलन को देखते हुए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ कृषि उपज मंडी परिसर पहुंचे।किसानों ने मंडी प्रांगण में ही अपना धरना आंदोलन शुरू किया ओर नीलाम बंद करवा दिया। किसानों के आंदोलन को देखते हुए कांग्रेस नेता भी मंडी परिसर पहुंचे और किसानों के आंदोलन में अपना समर्थन व्यक्त किया रतलाम में रतलाम जिला कांग्रेस कमेटी की पूर्व अध्यक्ष कमल धुर्वे जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश पाटीदार संगठन महामंत्री बृजेश चौधरी कांग्रेस नेता डॉ अभय ओहरी ओर राजेश भरावा ने किसानों के साथ धरना स्थल पर मौजूद रहकर धरने का समर्थन किया।
किसानों का आरोप है कि केंद्र सरकार ने निर्यात शुल्क 40 विदेशी करने से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसी से नाराज होकर किसानों द्वारा आंदोलन करने का ऐलान कर दिया गया था जिस पर आज से अमल भी शुरू हो गया है किसानों का कहना है कि जब तक निर्यात शुल्क वृद्धि नहीं हटाई जाती है तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।