
मंदसौर (अजय बड़ोंलिया ) मंदसौर के साबाखेड़ा गांव से बड़ी संख्या में कोबरा सांप के बच्चे मिलने का मामला सामने आया है।किसान के यहां खेत पर बनी झोपडी से करीब 50 से 60 सांपों का रेस्क्यू किया गया, रेसक्यू कर सांपों को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया है.
शुक्रवार को मंदसौर के साबाखेड़ा गांव में गोपाल दायमा के खेत से 50 से 60 सांपों का रेस्क्यू किया गया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आते ही इलाके में सनसनी फैल गई।
बताया जा रहा है की, शुक्रवार शाम को गोपाल दायमा अपने खेत पर चाय बनाने गए थे। उसी दौरान उन्हें खेत पर बनी झोपडी में एक गड्ढे में से कुछ सांपों के मुंह दिखाई दिए। सांपों के रेस्क्यू के लिए उन्होंने सर्प मित्र दुर्गेश पाटीदार को सूचना दी। उन्होंने मौके पर पहुंचकर कुछ सांपों को पकड़ा। लेकिन जब गड्ढे में पानी डालकर देखा तो वो भी आश्चर्य में पड़ गए।
क्योंकि गड्ढे से बड़ी संख्या में सांप निकल रहे थे। बाद में एक के बाद एक उन्होंने करीब 60 सांप पकड़े। सर्प मित्र दुर्गेश पाटीदार का कहना है कि, गड्ढे से करीब सौ सांप निकले थे। जिनमें से 60 का रेस्क्यू कर उन्हें नजदीकी जंगलों में सुरक्षित छोड़ दिया गया, दुर्गेश के अनुसार करीब 100 साँप थे जो निकालते वक्त कुछ साँप भाग इधर उधर हो गए.
इस मामले मे डीएफ ओ संजय रायखेरे का कहना है की यह सेंट्रल इंडिया का नाग है सबसे खतरनाक है। जिसे कोबरा सांप कहा जाता है। इस सांप में पैदाइश से ही इतना जहर होता है कि, यह आदमी की जान ले सकता है। हालांकि अधिकारी का यह भी कहना है कि, सामान्य तौर पर कोबरा सांप की मादा एक बार में 20 से 40 अंडे देती है। फिलहाल बड़ी संख्या में सांप निकले है। जिन्हें सुरक्षित छोड़ दिया गया है।