रतलाम ( IVNEWS ) बांग्लादेश में कट्टरपंथियों द्वारा हिंदू , बौद्ध एवं ईसाई समाज पर किए जा रहे अत्याचार और क्रूरता के खिलाफ रतलाम में सर्व समाजका आक्रोश फूट पड़ा। शहर में मंगलवार दोपहर को कालिका माता मंदिर के बाहर सर्व हिन्दू समाज के संत, मंत्री, जनप्रतिनिधियों, समाज के गणमान्य और आम लोगों के साथ हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए। रैली इतनी बड़ी थी कि एक सिरा गीता मंदिर पर दूसरा कलेक्ट्रेट पर पंहुच गया। इन्होंने बांग्लादेश में हो रही अराजकता के खिलाफ आक्रोश जाहिर करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
सर्व हिंदु समाज के बैनर तले मंगलवार दोपहर को हजारों लोग कालिका माता मंदिर परिसर में एकत्रित हुए और नाराजगी दिखाई। नारे लगाते महारैली में युवा, महिलाएं, पुरुष और वरिष्ठ नागरिक भी जनआक्रोश महारैली में शामिल हुए। हाथों में तख्तियां और केसरिया ध्वज थामे लोग कालिका माता परिसर से कान्वेंट स्कूल तिराहे से गीता मंदिर होते हुए कलेक्ट्रेट पंहुचे। कलेक्ट्रेट पंहुचकर भीड़ ने वहां भी विरोध जाहिर किया और नारेबाजी के बीच कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल और प्रमुख अधिकारी भी तैनात रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम दिए ज्ञापन में बांग्लादेश में कट्टरपंथियों द्वारा लगातार हिंदू धर्मस्थलों, मंदिरों को निशाना बनाकर वहां हमला करने, तोड़ने, घर में घुसकर हिंदुओं की हत्या, मारपीट, महिलाओं के साथ दुष्कर्म और अभद्रता जैसी घटनाओं पर जमकर रोष जताया। साथ ही सर्व हिंदु समाज ने प्रधानमंत्री से अपील की कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाएं ताकि पड़ोसी मुल्क में शोषित, पीड़ित हिंदु समाज को जीवन जीने का अधिकार मिल सके।
इन्होने किया संबोधित
इसके पूर्व कालिका माता मंदिर में बनाए गए मंच से उपस्थित जन सैलाब को आक्रोश रैली के संयोजक राजेश कटारिया ने संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में छात्र आंदोलन को षडयंत्र पूर्वक हिंसात्मक रूप दिया गया तथा हिंदुओं पर अत्याचार का सुनियोजित रूप दिया । सी ए सोनाली दीदी जैन ने कहां की बांग्लादेश में पिछले कुछ माह से लगातार ही हिंसात्मक घटनाएं हो रही है संस्कार ऋषि पं. दिनेश व्यास निलकंठधाम घटवास ने कहा कि भारतीय संस्कृति “वसुधैव कुटुंबकम” की संस्कृति है। पूरे विश्व के लोग हमारे भाई-बहन हैं परंतु कुछ लोग मानवता को नष्ट करने का दुष्विचार लेकर निरीह लोगों पर अत्याचार कर रहे हैं। पूर्व सैनिक और जनजाति सुरक्षा मंच के मध्य क्षेत्र के संरक्षक कैलाश निनामा ने कहा कि संगठन में शक्ति है बांग्लादेश में हो रहे अल्पसंख्यकों के खिलाफ षड्यंत्र को रोकने के लिए हम सभी को एक होना है तभी सुरक्षित रहेंगे । भारत एक सामर्थशाली देश है।
संत और गणमान्य लोग भी रहे मौजूद
इसके पहले रतलाम में श्रंगेरीमठ के मठाधीश आत्मानंद सरस्वतीजी, अंखड ज्ञान आश्रम के देवस्वरूप महाराज, श्री स्वामी वामदेव ज्योतिर्मठ वृंदावन के स्वामी नारायणगिरीजी, दत्त अखाड़ा उज्जैन के नीलभारती, स्वामी 1008 आनंद गिरि जी महाराज(अड़वानिया), ज्ञानी हंसराज सिंह गुरूद्वारा दुख निवारण साहेब जावरा,प्स्वामी शिवानंद जी महाराज शक्तिपीठ सुजालपुर परम स्वामी योगेश नाथ जी जेठाना,परम स्वामी सुजानानंद महाराज अखंड ज्ञान आश्रम,परम राज राजेश्वरी माता पीतांबरा शक्ति पीठ,महर्षि संजय शिवशंकर दवे(वैदिक जागृति पीठ),परम ईस्कोन प्रभू जी महाराज, सविता दीदी (ब्रह्मकुमारी आश्रम),परम पूज्य स्वामी मनोज स्वामी (मांगल्य मंदिर),स्वामी सौरभ महाराज,आचार्य महेशानंद महाराज,आचार्य अशोक वशिष्ठ महाराज,आचार्य चेतन शर्मा,स्वामी अभिषेक गिरी महाराज विराजित रहे। केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप, पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी, भाजपा जिलाध्यक्ष प्र्रदीप उपाध्याय, भाजपा नेता प्रवीण सोनी,नगरनिगम के नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा, पूर्व आरडीए अध्यक्ष अशोक पोरवाल, पूर्व सांसद प्रतिनिधि राजीव रावत आदि उपस्थित रहे।
सर्वधर्म की दिखी झलक
रैली में मुस्लिम समाज के लोग भी शामिल हुए । उन्होने भी बांग्लादेश में अल्पसंख्यक वर्ग के हिन्दू, बौद्व, एवं ईसाई धर्मावलंबियों पर हो रहे जुल्म और अत्याचार का विरोध किया। रैली में केबिनेट मंत्री
मंदिरों में भजन, प्रार्थनाएं भी हुईं
इस दौरान मंगलवार को आव्हान के तहत ही लगभग सभी प्रमुख मंदिरों और गुरुद्वारा में भी प्रार्थना और पूजन किए गए। हिंदू धर्मस्थलों, मंदिरों में भजन कीर्तन एवं प्रार्थना सभा का आयोजन करके ईश्वर से भी पापियों को दंड देने और जिम्मेदारों को दायित्व बोध करवाने की प्रार्थना की गई। साथ ही विनती की गई कि निर्दोष हिंदुओं पर दया करके स्थिति को जल्द शांतिप्रिय और न्यायपूर्ण बनाएं।