
रतलाम। मित्र निवासी रोड स्थित हजरत ख्वाजा खुदा सैयद दादाजी (शहीद) की दरगाह शरीफ परिसर में दो दिवसीय सालाना उर्स के दूसरे दिन कव्वाली प्रोग्राम (महफिल-ए-सिमां) में बड़ी संख्या में श्रद्धालू शामिल हुए। मशहूर कव्वाल हिर्फ्जुरहमान हकीमी (कोटा) ने कई शानदार कलाम पेश किए।
उन्होंने ख्वाजा…ख्वाजा…ख्वाजा गाऊंगा, देश में अमन का संदेश पहुंचाऊंगा, अब के बरस तिरंदी चादर चढ़ाऊंगा…कलाम पेश किया तो माहौल देशभक्ति का हो गया अौर श्रोता झूम उठे।

रात नौ बजे शुरू हुअा कव्वाली प्रोग्राम देर रात तक चलता रहा। पहले कव्वाल जावेद सरफराज चिश्तीएंड पार्टी तथा वफा फारूख हाशमी एंड पार्टी मंदसौर ने कलाम पेश किए।
इसके बाद मशहूर कव्वाल हिर्फ्जुरहमान हकीमी ने एक-एक करके अनेक कलाम पेश किए। उर्स कमेटी के सदर मंसूर अली पटौदी ने कहा कि इस तरह के प्रोगाम होते रहने चाहिए।एेसे प्रोग्राम अापसी भाईचारा का संदेश देते है।

गद्दी नशीन खलीफा मालवा ए हिंद सैयद वाजिद अली बाबा ने बताया कि रतलाम के महाराजा रतनसिंह व उनका परिवार भी खुदा सैयद बाबा के भक्त थे।यह दरगाह रतलाम बसने के पहले की है।इसका जिक्र इतिहास में भी है।420 वर्ष से यहां उर्स के अायोजन हो रहे है। पहले हमारे पूर्ववज उर्स अायोजित किया करते थे।प्रारंभ में अतिथि मध्यप्रदेश किसान आयोग के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा नेता ईश्वरलाल पाटीदार, कांग्रेस नेता अमरसिंह शेखावत, भाजपा नेता मुबारिक शेरानी, मांगीलाल जैन,पार्षद वहीद भाई शेरानी, पार्षद नासिर कुरैशी, कांग्रेस नेता जोएब आरिफ भोपाल, समाजसेवी हनीफ खान, पत्रकार मोहन सोलंकी अादि का कमेटी की तरफ से साफा बांधकर स्वागत किया गया।वहीं प्रोग्राम में अाए सूफी संतों का स्वागत सैयद खुर्शीद आलम ने किया। संचालन अफजल हुसैन नेताजी ने किया।