रतलाम, खुशी सिर्फ हमारी सोच पर निर्भर है, उसे हम खरीद नहीं सकते। चीजों से आराम आता है। खुशी हमें अपनी सोच, संस्कार और कर्म से ही आती है। संकल्प के शब्दों की भाषा से हम अपने आसपास की दुनिया बदल सकते हैं। संकल्प से सृष्टि बनती है। यदि इसे बदलना शुरू कर दें तो हम आत्मनिर्भर बन जाएंगे। यह बात हैप्पीनेस अनलिमिटेड, असीम आनंद की ओर विषय पर ब्रह्माकुमारीज द्वारा आयोजित एवं चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित विशाल आध्यात्मिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
शिवानी दीदी ने बताया कि अजा हम ऐसे समय में चल रहे हैं, जहां कुछ पता नहीं है, जो पता है, उसकी तैयारी नहीं हैं। हम अपने साथ सही कर रहे हैं या गलत, यह सब हमारे कंट्रोल में है। हमें अपने मन की गुलामी से मुक्त होना है। संकल्पना के शब्दों की भाषा से अपने आसपास की दुनिया बदलने लगती है। संकल्प से ही सृष्टि बनती है। यदि इसे बदलना शुरू कर दिया तो हम सब कुछ बदलने की शक्ति रखते हैं। डॉक्टर बीमारी शरीर से निकल सकता है लेकिन मन से हमें निकलना होता है। बीमारी शरीर में नहीं हमारे मन में होती है। यदि वह निकल गई तो हम कभी बीमार नहीं होंगे।
शिवानी दीदी ने कहा कि संस्कार और कर्म हमारे साथ चल रहे है। हर घर की ऊर्जा अलग होती है। घर की ऊर्जा से हमारे मन की स्थिति बनाती है। घर मेला हो सकता है लेकिन वातावरण में सुकून होना चाहिए। हमें अपने घर की ऊर्जा को ऐसे बनाना है कि कोई भी आए तो उसे सुकून मिले जैसे मंदिर में जाते है तो मन की भावना, विचार अच्छे होते है, तो सभी बातें अच्छी होती है। असीम आनंद पाने के लिए हमें पूरे समय स्वयं को ऐसे ही रखना है। आज हमें अपने संस्कारों को वापस लाना है। उनके आते ही भारत विश्व गुरु बन जाएगा। अपने घर को स्वर्ग बनाना है तो वह उसमें रहने वालों के संस्कार पर निर्भर है। परिस्थितियों अलग-अलग हो सकती हैं, बस हमें हर परिस्थिति में अच्छा सोचना है। घर का वातावरण अच्छा होगा तो घर स्वर्ग बन जाएगा। कोई कैसा भी करें, हमें बस सही सोचना है, सही बोलना है और सही करना है। हमारे जीवन में जो कुछ भी हो रहा है उसके लिए हमें किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराना है।
शिवानी दीदी ने प्यार और मोह को परिभाषित करते हुए कहा कि यह दोनों अलग होते हैं। मोह से आत्मा की शक्ति कम होती है और गुण से शक्ति बढ़ती है। हम अपने घर में बच्चों को पढ़ाई के लिए वातावरण देते हैं लेकिन शक्ति नहीं देते, जो हमें देना चाहिए। घर को इतना शक्तिशाली बनाएं कि हर परेशानी का हल भी निकल जाए। हमें नीचे गिरने वाले को उठाना है, स्वयं नीचे नहीं जाना है। परिवार को शक्ति स्तंभ बनाना है। संकल्प से सृष्टि बनती है, क्या होगा, कैसे होगा बोलकर हम किसी भी चीज पर प्रश्न चिन्ह लगा देते हैं, हमें भविष्य की चिंता नहीं करना है।
शिवानी दीदी ने कहा कि हमे अपनी समस्या किसी को बताना नहीं चाहिए, बताएं तो सिर्फ उसे जिसे उपचार करना है, बाकी सब को अच्छा बोलना है। किसी और का व्यवहार आपके मन की स्थिति बनाता है, यदि कोई आपके साथ गलत करता है तो उसके साथ आपको गलत करना है या उसे सुधारना है यह आपकी चॉइस है। गलत करने वाले हमेशा नीचे होते हैं। जैसे कोरोना में किसी को खांसी आती थी तो हम अपने आप को बचाते थे, ठीक वैसे ही हमें क्रोध और निंदा के वायरस से स्वयं को बचाना है। यदि कोई भी बात हो तो आप उसे स्वीकार करें और कहे कि यह मेरी कल्याण के लिए आई है, ऐसा बोलते ही मन बड़ा हो जाता है और हम ऊपर उठ जाते हैं।
महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि यह रतलाम के लिए बड़ा ही शुभ दिन है और सौभाग्य की बात है कि शिवानी दीदी का कुछ क्षण के लिए ही साथ नसीब हुआ है। चेतन्य काश्यप फाउंडेशन के द्वारा यह कार्यक्रम प्रायोजित किया गया है। आध्यात्म का विषय है, जीवन में आनंद की अनुभूति किस तरह से हो यह हर किसी की जरूरत है। सुख प्राप्ती के लिए हम कई प्रयास करते है। आनंद ही ईश्वर है, उसकी अनुभूति के लिए हमे अपने अंदर के ईश्वर को जगाना बहुत जरूरी है, उसे कैसे जगाना है, यह दीदी बता रही है।
संगीतकार सिद्धार्थ काश्यप ने कहा कि शिवानी दीदी का रतलाम आगमन यहां के लिए सौभाग्य की बात। मेरा मानना है कि दीदी के यहां होने से यहां पांडाल में उपस्थित हम सभी के जीवन में सफलता की शुरूआत आज से होगी। हेप्पीनेस अनलिमिटेड, असीम आनंद की ओर, असीम यानी सीमा से आगे जाकर हम अपने जीवन को कैसे सुखमय बनाए और अधिक सफल बनाए वह दीदी साधारण भाषा में समझा देती है, जिससे कई समस्याओं का निराकरण हो जाता है।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रभु स्मृति एवं दीप प्रज्वलन से हुई। दीप प्रज्वलन में ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी, ब्रह्माकुमारीज के इंदौर जोन की क्षेत्रीय प्रभारी ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी, भिलाई से पधारी ब्रह्माकुमारी आशा दीदी, महापौर प्रहलाद जी पटेल, जिलाधीश भास्कर लक्षाकार, कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप के सुपुत्र संगीतकार व उद्योगपति सिद्धार्थ काश्यप, मंडल रेल प्रबंधक रजनीश कुमार, उद्योगपति गुस्ताद अंकलेसरिया, दिव्या पाटीदार, ब्रह्माकुमारी अनिता दीदी, रतलाम सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी सविता दीदी शामिल हुए। सुप्रसिद्ध गायक भ्राता युगरतन ने सुमधुर भजनों के माध्यम से सभी को खुशी से भाव विभोर कर दिया।
स्वयं की शक्ति बढ़ाने के लिए शिवानी दीदी ने बताया कि 4 जनवरी, गुरुवार से रिलायंस पेट्रोल पंप के पास स्थित लायंस हॉल में बिलासपुर छत्तीसगढ़ की ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी के सानिध्य में निःशुल्क सात दिवसीय शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर दो सत्रों में रहेगा। सुबह 7.30 से 9.00 बजे तक और शाम 7.00 से 8.30 बजे तक रहेगा, जिसमें किसी भी एक सत्र में भाग लेकर लाभ लिया जा सकता है। शिविर का विषय, बढ़ते कदम खुशी की ओर।
इंदौर की क्षेत्रीय निदेशिका हेमलता दीदी ने आशीर्वचन देते हुए आनंद की प्राप्ति का आधार आनंद के सागर परमात्मा हैं। उनके साथ कनेक्शन जोड़ने से ही परम आनंद की अनुभूति होती है। ब्रह्माकुमारी अनिता दीदी ने अपने शब्द सुमनों से सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का मंच संचालन बिलासपुर की ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने किया।