
रतलाम IV न्यूज
एमपी में शिव राज भले ही चले गया हो लेकिन मोहन राज आ गया है। इसे महाकाल लोक का चमत्कार ही माना जा रहा है। विधान सभा चुनाव परिणाम के आठवें दिन मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार में नए मुख्य मंत्री को लेकर भाजपा ने एक बार फिर चौकाने वाला नाम दिया है। तीन बार सीएम की कुर्सी पर रहे शिवराज सिंह चौहान की जगह उज्जैन दक्षिण विधानसभा से लगातार तीसरी बार के विधायक मोहन यादव को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री चुना गया है। विधायक दल की बैठक में मोहन के नाम की घोषणा की गई। मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं, वे साल 2013 में पहली बार विधायक बने थे। एमपी में सीएम की कुर्सी के लिए चुनाव परिणाम आने के बाद से अनेकों नाम सुर्खियों में बने हुए थे,लेकिन नए चेहरे का नाम आने की भी अटकलें लगाई जा रही थी। अब तक सुर्खियों वाले नामो को खारिज कर मोहन यादव का नाम आना चौंकाने वाला नाम है। इसकी संभावना भी किसी को नहीं थी। हालाकि iv news ने अपनी प्रसारित खबर में यह होने का अंदेशा भी जताया था की एमपी में सीएम की कुर्सी को लेकर दिल्ली के दरबार में स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी है अब सिर्फ विधायक दल की बैठक कर रस्म अदायगी ही होनी है। मोहन यादव ने दो जुलाई 2020 को मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री (उच्च शिक्षा) के तौर पर शपथ ली थी।
मोहन यादव ने उज्जैन माधव विज्ञान महाविद्यालय से पढ़ाई की। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री रहे हैं। 1982 में छात्र संघ के सह-सचिव चुने गए थे। भाजपा की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य और सिंहस्थ मध्य प्रदेश की केंद्रीय समिति के सदस्य रहे हैं। मध्य प्रदेश विकास प्राधिकरण के प्रमुख, पश्चिम रेलवे बोर्ड में सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे हैं। 2013 और 2018 के बाद 2023 में भी उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट पर चुनाव जीते हैं।
अब उप मुख्यमंत्री भी
हालाकि मध्य प्रदेश में उप मुख्यमंत्री की परंपरा समाप्त सी कर दी थी लेकिन भाजपा ने एक बार फिर इस परंपरा की शुरुआत करते हुए अब उप मुख्यमंत्री के लिए जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को बनाए जाने के संकेत दिए हैं। मोहन सरकार में नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा रहा है। नए सीएम का नाम तय होते ही अब मंत्री मंडल के लिए जोर आजमाइश शुरू हो जायेगी ।