रतलाम IV न्यूज
दो दिन पहले हुई मावठे की बारिश के बाद सर्दी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। मौसम विभाग ने अभी और मावठे की बारिश होने की संभावनाएं जताई है। मावठे के बाद शहर में छाए कोहरे और बादलों में सूर्य के छिपे रहने के कारण धूप लुप्त हो गई है।

कलेक्टर भास्कर लक्षकार ने एसडीएम संजीव केशव पांडेय के साथ बुधवार रात शहर में रेन बसेरों का निरीक्षण किया । उन्होंने बस स्टैंड स्थित रैन बसेरा देखा वहां पर की जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में अधिकारी कर्मचारियों से जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए । बाद में कलेक्टर सिविक सेंटर रेन बसेरा पहुंचे । उन्होंने हाथी खाना रेन बसेरे की जानकारी भी ली । कड़ाके की सर्दी ने हर एक के लिए परेशानी शुरू कर दी है। सबसे अधिक स्कूल जाने वाले छोटे बच्चे और उनके अभिभावक परेशान हो रहे हैं। सुबह की शिफ्ट में लगने वाले स्कूल के समय में परिवर्तन करने की मांग उठी है। सर्दी के असरदार होते ही इंदौर और उज्जैन के जिला प्रशासन ने तत्काल निर्णय लेते हुए स्कूलों का समय बदल दिया है।
इस आदेश के बाद रतलाम जिला प्रशासन ने भी समय बदलने का आदेश जारी कर नर्सरी से पांचवी क्लास तक के बच्चो को राहत देते हुए स्कूल का समय सुबह 9 बजे से करने के आदेश जारी किए हैं।
लेकिन कलेक्टर के इसआदेश के बाद सवाल तो यह उठ रहा है की क्या कक्षा छठवीं से बारवीं तक के बच्चो को क्या सुबह सर्दी का एहसास नहीं होता है। अच्छा तो यह होता सुबह की शिफ्ट का स्कूल ही सुबह 9 बजे से कर दिया जाता । जिससे सुबह घने कोहरे के बीच कड़कड़ाती सर्द हवाओं के स्कूल जाने में कठनाई महसूस करने वाले बच्चे भी शीत लहर से बच सकते ।
अलाव की मांग
इधर सर्दी के तेवर देखते हुए नागरिकों ने रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड और शहर एक प्रमुख चौराहों पर नगर निगम से अलाव जलाए जाने की मांग की है जिससे रात के समय आने वाले यात्री , मुसाफिर और नागरिक सर्दी से बच सके । वैसे भी शहर के प्रमुख चौराहों पर तो रात 1 बजे तक नागरिकों का आना जाना लगा रहता है, रात को यातायात उपलब्ध करवाने को आटो रिक्शा चालक भी रात भर भ्रमण करते हैं। रात को अस्पतालों में आने वाले मरीजों के परिजन भी सर्दी से परेशान रहते है।