रतलाम । कनेरी में परम पूज्य जयाकिशोरी जी की कथा, सुनने रोजाना हजारों लोग पहुंच रहे है । उन्होंने कहा कठिन परिस्थितिया आती है उसे टाला नही जाता क्यों वो तो कर्मो का फल है या तो अभी के कर्म या पिछले जन्म के कर्म है दिक्क़तें सबको दिखती है भगवा ने क्या किया ये नही दिया वो नही दिया थोड़ा समय निकल कर उस पर भी सोच लीजिये क़ी भगवान ने आपको क्या क्या दिया

ये दिक्क़ते अपने आप कम हो जाएगी कठिन परिस्थिति कुछ न कुछ सिखाने ही आती है पहली गलती से कुछ सीखोगे नही तो फिर आएगी इसलिए गलती से सीखे भगवान आपके लिए बहुत कुछ करते हे जब शांति से सोचोगे तों पता चलेगा क़ी भगवान ने आपको क्या क्या दिया जो दिया उसके लिए भी धन्यवाद भी देदिया करो मनुष्य का सवभाव
ही ऐसा है जिसके साथ अधिक रहता है मोह हो जाता है उससे प्रेम करने लगता है यदि बच्चों को देना है तो अच्छी शिक्षा दीजिये ओर बेटों को नही बेटियों को भी ये कौन बाप चाहेगा क़ी बेटी दुखी हो तो उसे आत्म निर्भर बनाइये पहले बेटी पिता पर निर्भर रहती है फिर पति पर शादी करना ही मा बाप का काम नही बच्चों को काबिल बनाये क़ी आप के जाने के बाद भी वो अच्छे से अपना जीवन अच्छे से निकालले बेटी को शिक्षित बनाये शिक्षित नही तो न्याय अन्याय पता कैसे चलेगा जो शिक्षित नही होती उन्हे पता नही होता उनके साथ क्या हो रहा है दुनिया संतुलन पर चलती है कोई भी ऐसा समय नही था जिसमे अच्छाई ही अच्छाई हो ओर कोई ऐसा भी ऐसा समय नही आया जिसमे बुराई ही बुराई हो इसलिए दुनिया संतुलन से चलती है जो हमारे जीवन में साधारण हो वो कीसी ओर के लिए कितना महत्व पूर्ण है हमें नही पता क़ी किसके जीवन में क्या चल रहा है हम टिपणी करने लगते है व्यक्ति को दूसरे क़ी बजाय अपनी कमी निकालनी चाहिए एवं काथा में भक्त पहलाद का विस्तार से वर्णनन किया गया कल कृष्ण जन्मदिनउत्सव मनाया जायेगा कथा में मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता प्रदीप उपाध्याय अशोक यादव बालवंत भाटी अनीता कटारिया आदि का सम्मान किया गया
कनेरी में चल रही श्रीमद भागवत कथा में परम पूज्य नर्मदानंद जी ने भी कहा क़ी बच्चों के जन्मदिन दिन पर केक काटने क़ी बजाय एक पौधा लगाए जिस प्रकार पौधा फैलता उसी प्रकार परिवारभी प्रभाव फैलेगा इस मौके पर किशोर पाटीदार, राकेश पाटीदार, राजकुमार धबाई, अशोक पाटीदार, नंदलाल पाटीदार, निर्मल पाटीदार, महादेव पाटीदार, राहुल पाटीदार, विजय पाटीदार, हरिओम पाटीदार सहित मां उमिया समिति के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
प्रतिदिन सुबह 11.45 बजे से शुरू होकर शाम 3.45 बजे तक चलेगी। कथा का विश्राम 18 अप्रैल को होगा।

By V meena

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