
रतलाम IV NEWS
प्रदेश के कुछ सरकारी विभाग की पहचान भ्रष्टाचार से होती है, लोक निर्माण विभाग तो शायद भ्रष्टाचार को समर्पित विभाग ही है। पीडब्ल्यूडी विभाग के आलाधिकारी सरकारी आबंटन में तो चूना लगाते ही है वही जानता के पैसों से भी अपनी जेबे भारी करने में परहेज नहीं करते हैं। हाल ही में रतलाम लोक निर्माण विभाग के ई ई साहब के कारनामे भी सामने आए हैं जिन्होंने अपनी भरी भरकंप रिश्वत के लिए एक फर्म के संचालक के गहने बिकवा कर कर्ज दार बना डाला और तो और रिश्वत लेने के बाद भी और रिश्वत की मांग की , जब ठेकेदार मांगी गई रिश्वत नहीं दे सका तो चुपचाप टेंडर दूसरा कॉल कर ठेकेदार को लाखो रुपए की चपत लगा दी ।
यह है मामला
शिकायतकर्ता ठेकेदार के मुताबिक ताल की फर्म श्री कृष्णा बोरवेल एन अर्थ मूवर्स के संचालक शिवलाल मौर्य ने फरवरी 2023 में राकोदा, रियामन, महुखेड़ी, तथा कालूखेड़ा में 11.7 किलोमीटर सड़क मजबूती कारण कार्य का करीब 99 लाख रुपए में ठेका टेंडर के माध्यम से लिया था। उन्हे 1 मार्च 2023 को विधिवत वर्क ऑर्डर मिलने के बाद उन्होंने 11 मार्च को काम भी शुरू कर करीब 40 लाख रुपए का काम कर भी दिया है। इसी बीच लोक निर्माण विभाग के ई ई अनुराग सिंह ने शिवलाल मौर्य से पांच लाख रुपए की रिश्वत की मांग की । ठेकेदार मौर्य ने पत्नी, मां के आभूषण बेचे रकम कम पड़ी तो ब्याज पर कर्ज लेकर साहब को उक्त राशि दी । 5 लाख रुपए की काली कमाई लेने के बाद भी साहब की भूख शांत नहीं हुई और 2 लाख रुपए की मांग कर डाली। लेकिन ठेकेदार ने जब माना कर दिया तो ई ई साहब ने अभद्रता करते हुए इसी काम के लिए दूसरा टेंडर मंगवा लिया।
बीमे का था दवाब
फर्म संचालक ठेकेदार शिवलाल मौर्य ने IV News को बताया ई ई साहब की कोई महिला मित्र है जिससे बीमा करवाने का दवाब था लेकिन मैने बीमा नही करवाया जो साहब को नागवारा हुई और उन्होंने नोटिस थमा दिया। ई ई अनुराग सिंह के भ्रष्टाचार की शिकायत लोकायुक्त को भी की गई है। ठेकेदार शिवलाल मौर्य ने कहा भ्रष्टाचार के खिलाफ अब आवाज बुलंद कर हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जाने में पीछे नहीं हटूंगा ।