जावरा IVNEWS अरनिया पीठा कृषि उपजमण्डी में आज अचानक हम्मालों ने काम बंद कर दिया। हम्मालों के काम बंद करने की वजह थी उनकी मजदूरी की दरों को बढ़ाये जाने की मांग थी। हम्मालों द्वारा काम बंद किये जाने से किसान नाराजा हो गए। किसानों ने मंडी का गेट बंद कर दिया।
मण्डी में हुए हंगामे की खबर लगते ही जावरा एसडीएम हिमांशु प्रजापति सहित अन्य अधिकारी। मंडी पहुचे। अधिकारियों ने हम्मालों से। चर्चा कर काम शुरू करने को कहा। हम्मालों का कहना था कि उनको वर्तमान में 6 रुपये प्रतिबोरी मजदूरी मिल रही है जो कि बढ़ती महंगाई को देखते हुए काफी कम है। उनकी मजदूरी को 12 रुपये प्रति बोरी की जाए। और अचानक काम बंद करने पर प्रसाशन द्वारा करवाई किये जाने पर हम्मालों का कहना था कि उनके द्वारा शुक्रवार को सूचना दी गई थी कि वह सोमवार को काम बंद करेंगे। लेकिन प्रसाशन द्वारा कहा गया कि शुक्रवार को छुट्टी होने से सूचना नही मिली। प्रसाशन ने हम्मालों को समझा कर गुरुवार को बैठक कर उनकी मांग पर निर्णय लेने की बात कही। इस पर हम्माल मान गए और काम पर लौट आये। हम्मालों के द्वारा किये गए काम बंद आंदोलन से करीब दो घण्टे से अधिक समय तक मंडी में अफरा तफरी का माहौल रहा।
मंडी आज करीब एक सप्ताह से ज्यादा समय के बाद खुलने से बड़ी संख्या में किसान अपनी उपज को बेचने के लिए लेकर आये थे। एक अनुमान के मुताबिके करीब 35 से 40 हजार बोरी अनाज आज मंडी में नीलाम के लिए पहुचा था।
इनका कहना है
हिमांशु प्रजापत एसडीएम जावरा
हम्मालों द्वारा अचानक से काम बंद किया गया। उनकी मांग को सुना और गुरुवार को बेठक करके निर्णय लेने को कहा है। उनकी मजदूरी की दर आसपास की मंडियों से देखकर तय की जाएगी। शुक्रवार को सूचना देने की जो बात कही जा रही है उस दिन अवकाश था। हम्मालों को समझाइश दी गयी कि बिना सूचना के काम बंद किया तो उनके लाइसेंस निरस्ती की करवाई की जा सकती है।
सलीम मेव
अध्यक्ष हम्माल एसोसिएशन जावरा
मजदूरी की दर बढाने के लिए काम बंद किया था। अभी हमे सवा 6 रुपये प्रति बोरी मिल रहा है। हमारी मांग 8 रुपये प्रति बोरी करने की है। हमने शुक्रवार को भारसाधक अधिकारी सहित सभी जगह आज काम बंद करने की सूचना दे दी थी।