रतलाम, IV NEWS

तुझे मिर्ची लगी तो मै क्या करू, जैसे फिल्मी गाने पर इतराने वाली हरी मिर्च की सारी अकड़ गिरते हुए दामों ने उतार दी है पांच तरह के विटामिन से भरपूर हरी मिर्च भाव नही मिलने से कचरे के ढेर में समा गई है। सब्जी नीलाम मंडी में पड़े बदबूदार कचरे में फेंक दी गई है।

मंडी के व्यापारी और किसानों का कहना है कि अधिक उत्पादन होने के कारण मिर्ची के तेजी से भाव गिरे है। हालात इतने दयनीय है की लागत भी नहीं निकल पा रही है। 10 से 15 रुपए की लागत वाली हरी मिर्च 2 से 5 रुपए में नही बिक पा रही है। किसानों और व्यापारियों ने मंगलवार को करीब 15 ट्रालियां हरी मिर्च को फेंक दिया है, मिर्च अब गलने लगी है, बाहर जहां भी भेजी जा रही है वहां भी फेंकी जा रही है।

मंडी व्यापारी ने बताया सस्ते दामों में नीलाम होने से किसानो की लागत भी नहीं निकल रही है। किसानों और व्यापारियों ने बड़ी मात्रा में बिकने आई हरि मिर्च को कचरे में फेंक कर नष्ट कर दिया है । जबकि किसान का कहना है की मिर्च बोने से लेकर तुड़वाने तक में आई लागत ,फिर मंडी में लाने का भाड़ा भी नही निकल रहा है इससे अच्छा है मिर्च फेंक दी जाए । इस बार हरी मिर्च में बहुत नुकसान पहुंचा है, अब टमाटर भी कुछ दिन बाद ऐसे ही नुक्सान देंगे ।

By V meena

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