रतलाम iv News
विधान सभा चुनाव के लिए प्रमुख राजनेतिक दल भाजपा और कांग्रेस की सक्रियता तेज हो गई है। जहां कांग्रेस गोपनीय सर्वे पर फूला नहीं समा रही जो भाजपा सरकार को घेरने में लगी है। वहीं भाजपा प्रदेश में फिर सरकार बनने के लिए रणनीति बना कर मैदान में हैं। रणनीति के तहत गुजरात के विधायक भाजपा के टिकट तय कर सकतें है। प्रदेश सहित रतलाम जिले में गुजरात के विधायक कल से प्रत्येक विधानसभा में पहुंचेंगे।
तीन माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा वापस सत्ता पाने के लिए विशेष रणनीति पर काम में जुट गई है। इस रणनीति के तहत भाजपा पीएम मोदी के चेहरे के साथ शिवराज सरकार के विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच जा रही है। प्रदेश में भाजपा की चुनावी कमान का रिमोट कंट्रोल गुजरात निवासी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथ में है। भाजपा की प्रयोगशाला कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में भाजपा को सत्ता में वापसी कराने के लिए विशेष रणनीति पर काम किया जा रहा हैं।भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर सब को चौका दिया है। और अब शेष बचे क्षेत्रों में उम्मीदवार चयन के लिए गुजरात के विधायकों को तव्वजो दी गई। रतलाम जिले की पांचों विधानसभा सीटों के लिए पार्टी में मंथन किया जा रहा है। इस मंथन के लिए। गुजरात के 5 विधायकों का दल रतलाम में आकर प्रत्येक विधानसभा में एक एक गुजरात का विधायक सात सात दिन रहेंगे। ये गुजरात के विधायक चुनाव में टिकट के दावेदारों से मिलने के साथ साथ अपने को दी गई विधानसभा में बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं और आम जनता से मिलकर टिकट कें दावेदारो के दावों की हकीकत जानेंगे और अपनी रिपोर्ट भाजपा हाई कमान कों देंगे। पूरी संभावना है की गुजरात के विधायकों की रिपोर्ट ही उम्मीदवार चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। वैसे वर्तमान में जिले में तीन सीट भाजपा के खाते में है। इनमे से किसका टिकट कटेगा या नही यह तो समय के गर्त मे है। लेकिन भाजपा की राजनीति से जुड़े सूत्रों की माने तो इस बार चौकाने वाले नाम आ सकते है। रतलाम शहर सीट के लिए पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं ने टिकट लेने के प्रयास किए है। इसी बीच पूर्व गृह मंत्री के परिवार से भी हाल ही में दावेदारी पेश कर जिलाध्यक्ष को आवेदन पत्र सोपा गया है। इसके बावजूद सूत्र बताते हैं वैसे तो चेहरा बदलने की उम्मीद कम है। लेकिन पार्टी के भीतर चल रही भयावह गुटबाजी और विरोध को देखते हुए संगठन ने यदि टिकट बदला तो कोई युवा चेहरा सामने आ सकता है जो चौकाने वाला होगा । रतलाम ग्रामीण और आलोट में भी पार्टी फूंक फूंक कर कदम रख रही है। जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के चयन के लिए संगठन विधायको को प्रशिक्षण देकर सर्वे करवा रही है। रविवार को रतलाम जिले में विधायको की टीम सर्वे कर रिपोर्ट भोपाल संगठन को देगी । पार्टी सूत्रों की माने तो पूर्व में संभावित नामों में कुछ बदलाव करते हुए रतलाम शहर में गुजरात के बारडोली के विधायक ईश्वर सिंह परमार सर्वे के लिए आएंगे। रतलाम ग्रामीण में गुजरात की पदरा विधानसभा के चेतन्य सिंह झाला सर्वे के लिए आएंगे। सैलाना में सूरत पूर्व के विधायक अरविंद भाई राणा सर्वे करेंगे। आलोट में गुजरात के कर्जन विधायक अक्षय पटेल सर्वे के लिए आएंगे। जावरा विधानसभा के लिए संभावित नाम में फेरबदल हुआ है ।