रतलाम
राजस्थान से लगी सीमा से लगे रतलाम जिले के एक गाव से पुलिस ने 3 युवको को नकली नोट ओर नकली नोट बनाने की सामग्री सहित पकड़ा। इनके पास से पांच पांच सौ के 35 नकली नोट बरामद किए। इन युवको के तार बिहार के छपरा जिले से जुड़े है। पुलिस ने इस मामले में कुल दस आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है जिसमे से 3 गिरफ्तार हुए जबकि फरार 7 आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
नकली नोट चलाने वाले इन युवको के नाम है पुष्कर पिता पुन्नालाल ,मनीष पिता पन्नालाल ओर दीपक पिता कमल लोधा तीनो निवासी थाना क्षेत्र पिपलोदा है।इन युवको को पिपलोदा पुलिस ने पकड़ा है।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा को सूचना प्राप्त हुई कि सुखेडा में अवैध गतिविधियो में संलिप्त लोगो द्वारा भारतीय मुद्रा की हुबहु दिखने वाली नकली मुद्रा बना कर उसे बाजार में चला कर लाभ कमाने के गोरखधंधे में संलिप्त लोग राजस्थान सीमा पर सक्रीय है। पुलिस अधीक्षक ने नकली नोट बना कर बाजार में चलाने वालो का भाण्डाफोड कर प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
एसपी के निर्देश के बाद पिपलोदा पुलिस थाना प्रभारी रेवालसिह बरडे ने दल बनाकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतलाम राकेश खाखा के एवं अनुविभागीय अधिकारी जावरा रविन्द्र बिलवाल के मार्गदर्शन में कार्रवाई की।पिपलोदा पुलिस टीम द्वारा सुखेडा में नकली भारतीय मुद्रा बना कर चलाने और बनाने वाले गिरोह को के ठिकानों के बारे में सूचना एकत्रित कर उनके ठिकानों पर दबिश दी। दबिश के दौरान सुखेडा तथा आसपास के गांव के आरोपियों को गिरफ्तार कर 500 – 500 रूपये के नकली नोट बनाने वाले उपकरण, सामग्री, नकली नोट आदि बरामद किये गये तथा आरोपियों की गिरफ्तारी कर थान पिपलौदा पर धारा – 489-क, 489- ख, 489-ग, 489- घ/34 भारतीय दण्ड विधान कायम किया गया।
अपराध में संलिप्त अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। आरोपियों से 500 – 500 रूपये के कुल 70 नोट कुल 35 हजार रूपये के, एक लैपटॉप, एक रंगीन प्रिन्टर, नोट बनाने के पेपर, कटर, स्केल एवं कॉच तथा मोबाईल फोन बरामद किये गये। यह सभी आरोपी मनीष की इलेक्ट्रॉनिक दुकान में रखा हुआ था। यही से आरोपीगण आने काम को अंजाम देते थे।
पुलिस के मुताबिक आरोपी पुष्कर मार्केटिंग का कार्य करता था। और इसके द्वारा ही बिहार के छपरा जिले के रायल बॉस सिंघानिया नाम के व्यक्ति के संपर्क में आया और उसके बाद उसने नकली नोट का यह काम शुरू किया। पिपलोदा पुलिस को आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि यह काम पिछले 3 माह से कर रहै थे। इन आरोपियों ने सुखेड़ा सहित मन्दसौर इंदौर के कुछ युवको को भी नकली नोट चलाने के लिए दिए थे ।पुलिस ने इन युवको को भी आरोपी बनाकार इनकी तलाश कर रही है।