रतलाम मानसून की बारिश के बीच आज कांग्रेसियो ने धरना आंदोलन कर कलेक्टोरेट पर प्रदर्शन किया। राज्य सरकार के भ्रष्ट्राचार ओर विगत दिनों हुए एक नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म के आरोपी को 1 करोड़ देने और आरोपी का मकान तोड़ने की मांग को लेकर पहले धरना दिया फिर कलेक्टोरेट में जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
कांग्रेस के इस आंदोलन का नेतृत्व जिला कांग्रेस प्रभारी विधायक कमलेश्वर पटेल सैलाना विधायक हर्षविजय गहलोत ओर आलोट विधायक मनोज चावला कर रहे थे।
सुबह से हो रही बारिश के बीच कांग्रेस का धरना आंदोलन स्टेडियम मार्किट के सामने शुरू हुआ।
धरना आंदोलन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश पटेल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया , प्रदेश कांग्रेस के महासचिव पारस सकलेचा, मंसूर पटौदी, प्रकाश प्रभु राठौड़, जिला पंचायत सदस्य राजेश भरावा, डी पी धाकड़, प्रदेश महिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष यास्मीन शेरानी , जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष मयंक जाट सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।
धरना आंदोलन को विधायक कमलेश्वर पटेल ने संबोधित करते हुए राज्य की भाजपा सरकार को घोटालो की सरकार निरूपित करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओ से आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को उखाड़ फेंकने का आव्हान किया। विधायक पटेल ने रतलाम कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के खिलाफ भी जमकर आग उगली। सैलाना विधायक हर्षविजय गहलोत ओर मनोज चावला ने भी संबोधित करते हुए राज्य सरकार को निशाना बनाते हुए कहा कि राज्य में भ्रस्टाचार चरम सीमा पर पहुच गया है। आम जनता परेशान है। 5 माह हो रहे चुनाव में भाजपा को हटाकर जनता को भ्रस्टाचार से मुक्त करवाना है।
धरना आंदोलन के दौरान ही बारिश शुरू हो गई। कार्यकर्ताओ ने शामियाने के अंदर बारिश से बचने के लिये किसी ने छाता लगाया तो किसी ने बैठने के काम आने वाली कुर्सियों का उपयोग किया। धरना आंदोलन करीब साढ़े तीन घण्टे तक चला, इसके पश्चात कांग्रेसी पैदल मार्च करते हुए कलेक्टोरेट पहुचे। जहा पहले से जमा बागरी समाज के लोगो के साथ मिलकर जमकर नारेबाजी की।
कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल सहित सभी कांग्रेसियो ने कलेक्टोरेट पर करीब एक घण्टा प्रदर्शन किया। कांग्रेसियो की मांग थी कि विगत दिनों जिस नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म हुआ उसके परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता दी जाए और आरोपी का मकान तोडा जाए।प्रशासन द्वारा कांग्रेस की मांग पूरी करने का आश्वाशन दिया गया लेकिन कांग्रेसी समय सीमा बताने की मांग करने लगे। काफी देर तक नारेबाजी भी की। प्रभारी कलेक्टर जमुना भिड़े ओर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा ने 5 लाख की आर्थिक सहायता देने ओर मकान तोड़ने की कार्यवाही दो तीन दिन में करने की बात कही। प्रभारी कलेक्टर के आश्वाशन पर कांग्रेसियो ने अपना प्रदर्शन समाप्त किया।