रतलाम ( IVNEWS ) बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा हो रहे हमले, हत्या, लूटपाट, आगजनी और महिलाओं पर अमानवीय अत्याचार अत्यंत निंदनीय और चिंताजनक है। बांग्लादेश की वर्तमान सरकार और प्रशासन इन घटनाओं को रोकने में विफल रही है और केवल मूकदर्शक की भूमिका निभा रही है। हिंदुओं द्वारा लोकतांत्रिक पद्धति से अपनी रक्षा के लिए उठाई गई आवाज को भी दबाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे अत्याचार का एक नया दौर शुरू हो गया है। यह बात प्रेस वार्ता के दौरान शृंगेरी मठ के दंडी स्वामी आत्मानंद जी सरस्वती व अखंड ज्ञान आश्रम के परम पूज्य स्वामी देवस्वरुपानंद जी महाराज ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा की बांग्लादेश में निर्मित इस गंभीर स्थिति में, हमें बांग्लादेश के पीड़ित हिंदुओं व अन्य समाज के अल्पसंख्यक बन्धुओं के साथ खड़े होकर अपना समर्थन व्यक्त करना चाहिए। इसी उद्देश्य से 3 दिसंबर को दोपहर 2 बजे कालिका माता प्रांगण, रतलाम में एक विशाल जन आक्रोश रैली का आयोजन किया जाएगा। रतलाम का सकल हिंदू समाज पैदल जन आक्रोश रैली निकालकर अपना विरोध दर्ज कराएगा। रैली तय मार्ग से कलेक्टोरेट पहुंचेगी, जहां राष्ट्रपति के नाम जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा जाएगा। समस्त हिंदू समाज और माता-बहनों से अपील की गई है कि वे इस रैली में सम्मिलित होकर अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे बांग्लादेश के हिंदुओं को संबल प्रदान करें। हिंदू समाज से अपील है की वे इस अत्याचार के विरोध में एकजुट होकर आवाज उठाएं। इस अवसर पर संत और सनातन समाज के परम पूज्य नील भारती जी महाराज, स्वामी नारायण नंद जी, राजेंद्र सिंह गोयल, ओम प्रकाश त्रिवेदी, प्रीतेश गादिया, कैलाश राठौर, प्रवीण उपाध्याय, कंवलजीत सिंह मक्कड़, और राजेश कटारिया उपस्थित रहे।

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