रतलाम ( IVNEWS ) सफल होने के लिए सार्थक प्रयासों की आवश्यकता हमेशा बनी रहती है। सीखने के लिए हम किसी से भी सीख सकते है, चाहे कोई पशु से सीखे पक्षी से सीखे या प्रकृति से. उक्त उदगार
आयुष ग्राम कॉलेज ऑफ फार्मेसी में नव प्रवेशित डी.फार्मा एवं बी.फार्मा प्रथम वर्ष विद्यार्थियों के लिए इंडक्शन प्रोग्राम मे संस्था निदेशक नीरज त्रिवेदी ने व्यक्त किए.

कार्यक्रम मे बतौर मुख्य अतिथि संस्था निर्देशक नीरज त्रिवेदी, आयुर्वेदिक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. दिलीप नलगे, फार्मेसी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मिलिन गांधी, संस्था के अशोक वर्मा, जयंत शर्मा मंचासीन थे। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती माता के सामने दीप प्रज्वलित एवं पुष्प अर्पण करने के साथ हुई। सभी अतिथियों का स्वागत प्रो. नागेश्वर मालवीय, प्रो. महिमा उपाध्याय की और से किया गया।


फार्मेसी प्राचार्य डॉ. मिलिन गांधी ने अपने उद्बोधन में सफल विद्यार्थी के जीवन मैं उपयोगी आवश्यक बिंदुओं पर प्रकाश डाला। जिनमें प्रमुख है किसी कार्य को निरंतर करना यदि विद्यार्थी निरंतर कक्षा में उपस्थित होकर अपनी स्टडीज करते हैं, तो निश्चित ही वह सफलता प्राप्त करेंगे। तथा उन्होंने फार्मेसी में उपलब्ध रोजगार के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की.
संस्था के चेयरमैन डॉ. अभिजीत देशमुख ने वीडियो कॉल के माध्यम से नवीन प्रवेशित छात्रों की जानकारी ली तथा उन्हें मार्गदर्शित किया.


प्राचार्य डॉ. दिलीप नलगे ने सभी विद्यार्थियों को बताया कि, अपने जीवन को दीपक की तरह बनाएं। जिससे आप खुद जलकर भी औरों को रोशन कर सकें। अशोक वर्मा ने सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। जयंत शर्मा ने विद्यार्थियों को फार्मेसी महाविद्यालय की संपूर्ण जानकारी दी एवं प्रो. सरिता राठौर ने फार्मेसी के क्षेत्र में करियर के बारे में जानकारी दी। फार्मेसी के क्षेत्र में आपके लिए कहीं करियर के विकल्प मौजूद हैं। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रो. प्रियांशी मेहता ने किया। आयोजन फार्मेसी प्राचार्य डॉ. गाँधी के मार्गदर्शन में हुआ। इस अवसर पर फार्मेसी एडमिनिस्ट्रेटर, सभी विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं नव प्रवेशित विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। अंत में आभार व्यक्त प्रो. आयुषी ने माना।

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