
रतलाम / रतलाम के एक किड्स स्कूल मे 15 अगस्त को आयोजित कार्यक्रम मे भारत माता के हाथों मे पकिस्तान का झंडा लहाराने का वीडियो वायरल होने के बाद अभाविप स्कूल के खिलाफ मैदान मे आ गया. स्कूल पर कार्यवाहीं की मांग को लेकर अभाविप ने दो घंटे तक कलेक्टरेट के सामने फोरलेन पर चक्कजाम किया. चककजाम के दौरान अभाविप कार्यकर्ताओ ने ज्ञापन लेने आये कलेक्टर राजेश बाथम के सामने जमकर नारेबाजी की. अभाविप ने कलेक्टर और सीएम के खिलाफ भी जमकर नारे लगाए.

अभाविप ने दो घंटे के जाम के बाद अपर कलेक्टर को ज्ञापन देकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ दी दिन मे कार्यवाही करने की मांग की.अभाविप के फोरलेन पर जाम से करीब दो घंटे तक यातायात अवरुद्ध रहा. इससे वाहन चालकों और राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इधर इस मामले मे बाल कल्याण समिति ने जिला शिक्षा अधिकारी को नोटिस जारी कर स्कूल के खिलाफ उचित कार्यवाही करने को कहा है.

उल्लेखनीय है की रतलाम शहर के रामबाग कॉलोनी स्थित टाइम किड्स प्री स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के आयोजन के दौरान भारत माता बनी एक नन्हीं बच्ची के हाथ में तिरंगे के साथ पाकिस्तान का झंडा थमा दिया गया। इसका वीडियो स्कूल ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अपलोड भी किया।
यह वीडियो अब सोशियल मीडिय पर जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो आने के बाद विरोध के स्वर उभरने लगे तो स्कूल प्रबंधन की और से एक वीडियो जारी कर माफ़ी मांगी गई. लेकिन अभाविप मैदान मे आ गया और कार्यवाही की मांग को लेकर चकाजाम कर ज्ञापन दिया गया.अभाविप के प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओ ने कलेक्टर राजेश बाथम के सामने जमकर नारेबाजी की.
ज्ञापन में एबीवीपी की मांग
T.I.M.E. kids preschool द्वारा दिनांक 15 अगस्त 2024 को नन्हे मुन्ने बच्चों के द्वारा प्रस्तुति दी गई जिसमें उनके हाथों में पाकिस्तान का झंडा थमाया गया एवं उस झंडे को फहराये जाने के लिए वाद्य किया गया। जिन शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारी है कि राष्ट्रीय पर्वो के कार्यक्रमों के उपलक्ष में देशभक्ति को बढ़ावा देने के कार्यक्रम आयोजित किये जाए, शासन के आदेशानुसार भी देशभक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रम संस्थानों को आयोजित किए जाने थे किन्तु T.I.M.E. kids preschool देश विरोधी कार्य करते हुए नव निहालों मासूम बच्चों के हाथों में कथा कथित पाकिस्तान देश का झंडा थाम दिया और उसे लहराने के लिए बच्चों को बाध्य किया गया। यह घृणित कार्य यही तक सीमित नहीं रहा और इसे सोशल मीडिया के माध्यम से बड़ा चढाकर प्रसारित भी किया गया। जिसे स्कूल के सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से प्रसारित किया गया। जब समाज के बुद्धिजीवी वर्गों ने एसे उक्त कार्यों पर अपना विरोध दर्ज कराया तो स्कूल द्वारा चुपचाप उसे सोशल मीडिया से हटाने का प्रयास किया गया, लेकिन तब तक यह देश की संप्रभुता एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाला कार्य आग की तरह समाज में फैल चुका था।
उक्त कृत्य “भारतीय न्याय संहिता 2023” की धारा 152 एवं धारा 196 (ए), (बी) के अंतर्गत दंडनीय अपराध है। स्कूल द्वारा सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट के माध्यम से स्पष्टीकरण दिए जाने से यह बात भी स्पष्ट हो जाती है, कि स्कूल द्वारा जानबूझकर देश भक्ति एवं देश प्रेम की भावना पर आघात करते हुए समाज विरोधी, देश विरोधी कृत्य किया गया है। ऐसी स्थिति में स्कूल संचालक एवं अन्य जिम्मेदारों के विरुद्ध निष्पक्ष जांच करते हुए उक्त धाराओं में अपराधिक प्रकरण दर्ज करने, स्कूल की मान्यता रद्द करने एवं इस घटना के लिए संस्था को कोई विदेशी फंड तो नहीं मिल रहा है, इस पहलू की आशंका से स्वतंत्र जांच आर्थिक अपराध शाखा एवं अन्य सक्षम एजेंसीज के द्वारा कराई जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार का देश विरोधी कृत्य करने वालों के लिए उदाहरण स्थापित हो।
यदि यथेष्ट कार्यवाही नहीं की जाती है तो ऐसी स्थिति में विद्यार्थीयों को जागरूक करने के लिए एवं देश विरोधी ताकतों को जवाब देने के लिए जन आंदोलन के माध्यम से अपनी बात को रखने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद स्वतंत्र रहेगा तथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उक्त कृत्य की घोर निंदा करता है।