
रतलाम सर्वोच्च न्यायालय में चल रही समलैंगिकता की सुनवाई के मुद्दे पर रतलाम में भी विरोध के स्वर मुखर होने लगे हैं। अब हिन्दू संगठन भी सड़क पर उतर गए। महामहिम राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
सर्वोच्च न्यायालय में समलैंगिक विवाह को क़ानूनी मान्यता देने की माँग में सुनवाई चल रही है। इस संदर्भ में पुरे देश में असंतोष व्याप्त है। भारत में रहने वाले सभी मुख्य धर्मो के धर्मावलंबी इस सुनवाई के विरोध में विचार व्यक्त कर चुके है। किसी भी धर्मानुसार समलिंगी विवाह की कोई व्यवस्था नहीं है,फिर इस तरह की सुनवाई का क्या औचित्य? इस प्रकार की चर्चा भारतीय उच्च संस्कारों एवं परंपराओं के आदर्शवादी वातावरण को दूषित करती है। यही कारण है कि देश भर में इस सुनवाई का विरोध हो रहा है। रतलाम में आज विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल एवं मातृशक्ति द्वारा राष्ट्रपति के नाम गयपण दिया गया।
ज्ञापन में प्रांत संयोजिका आरती दीदी जयसवाल, प्रांत सह मंत्री विनोद जी शर्मा, जिला अध्यक्ष डॉक्टर जितेंद्र वर्मा, जिला उपाध्यक्ष पवन जी बंजारा, जिला मंत्री राहुल जी सोनी, बजरंग दल जिला संयोजक मुकेश जी व्यास, जिला गोरक्षा प्रमुख मनोज जी पवार, जिला विशेष संपर्क प्रमुख शंकर सिंह जी सोलंकी, मातृशक्ति एवं दुर्गा वाहिनी की बहन ने बड़ी संख्या में उपस्थित थी