रतलाम / पश्चिम रेलवे की जोनल स्तर की यात्री परामर्शदात्री सदस्य मनीष शर्मा द्वारा रेल मंत्री अश्विन वैष्णव जी को पत्र लिखकर वरिष्ठ नागरिकों को पूर्व की तरह एवं अधिमान्य पत्रकारों को किराए में रियायत किए जाने की मांग की । रेल्वे झोनल सदस्य मनीष शर्मा ने पत्र में बताया कि रेलवे किराए में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट कोविड महामारी के दौरान रेलवे ने तीन कैटेगरी को छोड़कर सभी के किराए में रियायत बंद कर दी थी, इनमें वरिष्ठ नागरिक और मान्यता प्राप्त पत्रकार भी हैं. कोरोना महामारी से पहले 60 साल से ज्यादा उम्र के नागरिकों को 50 फीसदी की छूट मिलती थी. अब कोविड-19 का खतरा कम होने और देश में दूसरे सभी तरह की गतिविधियों के पूरी तरह सामान्य होने के बाद भी वरिष्ठ नागरिकों को ये राहत नहीं मिल पा रही है।
वरिष्ठ नागरिकों को किराए में रियायत न मिलने पर ट्रेन के जनरल डिब्बे में सफर करना मुश्किल होता हैं ,

साथ ही मान्यता प्राप्त पत्रकारों को रेल के किराये में मिलने वाली छूट को बहाल करने की गुजारिश की है, नियमों के मुताबिक, मान्यता प्राप्त पत्रकारों को पेशेवर कार्य के लिए यात्रा के दौरान मेल या एक्सप्रेस ट्रेनों में आना जाना लगा रहता है जो की पूर्व में सभी श्रेणियों में मूल किराये में 50 प्रतिशत की रियायत मिलती है तथा राजधानी, शताब्दी या जन शताब्दी के किराये में 50 फीसदी की छूट मिलती रही रेलवे की तरफ से सिर्फ स्पेशल कैटगरी वाले लोगों को किराए में छूट की सुविधा दोबारा शुरू की गई. जिसमें चार कैटेगरी के दिव्यांग, 11 कैटगरी के मरीज और छात्र शामिल हैं. लेकिन बुजुर्गों और मान्यता प्राप्त पत्रकार पर कोई ध्यान नहीं दिया गया । भारत शासन के
रेल मंत्री से आग्रह है कि वरिष्ठ नागरिकों एवं मान्यता प्राप्त पत्रकारों को मिलने वाली सुविधाओं को तत्काल बहाल किया जाए जिससे ये दोनों वर्ग काफी राहत भरा महसूस करेंगे।

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