रतलाम / श्री गढ़ कैलाश सेवा समिति ट्रस्ट के सदस्यों ने रतलाम विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष अशोक पोरवाल के नेतृत्व में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात कर रतलाम के प्राचीन श्री गढ़ कैलाश मंदिर के सामने घाट निर्माण हेतु ज्ञापन सोपा । सदस्यों ने चर्चा के दौरान श्री विजयवर्गीय को बताया कि ३५० वर्ष पूर्व रतलाम शहर की स्थापना के समय श्री गढ़ कैलाश महादेव मंदिर की स्थापना की गई थी ।
मंदिर की प्रमुख विशेषता यह है की यहां स्थापित शिव प्रतिमा जो की एक ही संगमरमर के पत्थर पर पूरा शिव परिवार है नंदी पर शिव पार्वती विराजमान है वह उनके चरणों में श्री गणेश श्री कार्तिकेय वह मूषक की प्रतिमाएं है,प्रतिमा में कहीं पर भी जोड़ नहीं है ,ऐसी दुर्लभ प्रतिमा देश भर में कहीं नहीं है।
मंदिर के सामने प्राचीन अमृत सागर तालाब है, हजारों श्रद्धालु वर्ष भर यहां आते हैं व दर्शन वंदन कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना करते हैं, सावन मास व महाशिवरात्रि पर्व पर यहां भक्तों का जनसैलाब उमड़ता है ।
छोटे से मंदिर को भव्यता समाज सेवीयो व शासकीय सहयोग से की गई है, शिव भक्तों की लगातार बढ़ती संख्या व मंदिर के सामने स्थान की कमी के कारण श्रद्धालुओं को दर्शन वंदन करने में काफी समय लगता है इसलिए मंदिर के सामने 100 * 250 फीट का घाट निर्माण करना अति आवश्यक है जिसकी लागत लगभग 3 करोड़ होगी।
आपसे अनुरोध है कि उक्त निर्माण कार्य की स्वीकृति के आदेश प्रदान करें ताकि यह तीर्थ जैसी भव्यता प्राप्त कर सके ।
श्री विजयवर्गीय ने सदस्यों की बात को गंभीरता से लेते हुए निर्माण कार्य की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की व बजट में इसका प्रावधान कर जन भावना अनुसार श्री महाकाल लोक की तर्ज पर श्री गढ़ कैलाश लोक के रूप में मंदिर को भव्य स्वरूप दिये जाने की सहमति दी।
इस अवसर पर समिति के संरक्षक सतीश राठौर, अध्यक्ष सतीश भारतीय ,संजय शर्मा मालीक,बंटी सोनी व कैलाश चौहान मौजूद रहै ।
उक्त जानकारी समिति के संरक्षक अशोक जैन चौटाला, बलवीरसिंह राठौड़ ने देते हुए श्री विजयवर्गीय के द्वारा निर्माण कार्य की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान करने पर उनका आभार जताया।