
रतलाम, पुलिस थाने पर हंगामा कर पुलिसकर्मियों से अभद्रता करने वाले 9 किन्नरों को एस डी एम न्यायालय ने शांति भंग करने सहित अन्य धाराओं में जेल भेज दिया। यह सभी किन्नर टोल बूथ पर अवेध वसूली करने के मामले में चार किन्नरों पर दर्ज किए गए मामले में अपने साथियों की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे।

उल्लेखनीय है की धराड और बिलपांच के बीच बने टोलबूथ पर अवैध वसूली करने वाले किन्नरों के खिलाफ मिली शिकायत के बाद बिलपांक पुलिस ने चार किन्नरों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।यह मामला दर्ज होने के बाद किन्नर पुलिस अधीक्षक से मिले थे।

आज किन्नर स्टेशन रोड पुलिस थाने पहुंचे यहां पर जमकर हंगामा किया। लेकिन बाद में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा की सख्ती के बाद किन्नर अनुशासन में आए और उन्हे थाने से रवाना किया गया।
एसडीएम संजीव पांडेय के आदेश पर कुल नौ किन्नरों को जेल भेज दिया गया है।
आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद किन्नरों ने पुलिस अधीक्षक राहूल कुमार लोढा को ज्ञापन देकर अवैध वसूली चालू रखने के लिए दबाव बनाने की भी कोशिश की थी।
किन्नरों के हंगामे को देखते हुए कलेक्टोरेट परिसर में भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। किन्नरों को काबू में रखने के लिए बडी संख्या में महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई थी। एसडीएम संजीव पाण्डेय ने कुल नौ किन्नरों को शांति भंग करने के आरोप में न्यायिक निरोध में जेल भेज दिया है।
पुलिस और प्रशासन की इस कार्यवाही की प्रशंसा की जा रही है। लम्बे समय से अनेक लोग किन्नरों की अवैध वसूली से परेशान थे। किन्नरों को खिलाफ हुई कडी कार्यवाही से अवैध वसूली का यह गोरखधन्धा अब बन्द हो जाएगा।