रतलाम करोड़ों के भ्रष्ट्राचार के मामले। में पिछले पांच वर्षो से फरार भाजपा नेता नामली नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र सोनावा ने सोमवार को न्यायालय में सेरेंडर कर दिया……..न्यायालय ने भाजपा नेता नरेंद्र सोनावा को एक दिन के पुलिस रिमांड पर सोपा…… पुलिस आरोपी भाजपा नेता नरेंद्र सोनावा को लेकर नामली पुलिस थाने रवाना हुई……..
न्यायालय में सेरेंडर करने के बाद जब पुलिस आरोपी भाजपा नेता नरेंद्र सोनावा कों लेकर जा रही थी तो उसके स्मरथको ने समर्थन में जमकर नारेबाजी की…..
1 जुलाई 2019 को नामली नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष व कांग्रेस नेता तूफान सिंह सोनगरा और पार्षद प्रकाश कुमावत ने तत्कालीन नामली नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र सोनावा व सीएमओ अरुण ओझा के खिलाफ तत्कालीन कलेक्टर रुचिका चौहान को एक लिखित शिकायत की थी……..इस शिकायत पर 10 सदस्य दल गठित किया गया था……. जांच में पाया गया था कि नगर पंचायत अध्यक्ष नरेंद्र सोनावा व तत्कालीन सीएमओ अरुण ओझा द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर कलेक्टर द्वारा अनुमोदित सूची में छेड़छाड़ कर फर्जी तरीके से पीएम आवास की पहली और दूसरे सूची में नाम जोड़ दिए गए…….. प्रधानमंत्री आवास के पैसों को अन्य खातों में ट्रांसफर कर राशि में हेराफेरी की गई थी…….. 5 अक्टूबर 2019 को तहसीलदार प्रेम शंकर पटेल के आवेदन पर पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष नरेंद्र सोनवा एवं तत्कालीन सीएमओ अरुण ओझा के खिलाफ धारा 409 420 467 471 व भ्रष्टाचार अधिनियम में नामली पुलिस थाने में केस दर्ज किया गया था…….. इस शिकायत के साथ नामली के कोच तालाब निर्माण के भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस नेता दिलीप जाट ने एक शिकायत की थी……इस मामले की भी जांच की गई….. जांच में पाया गया कि नगर परिषद पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र सोनावा तत्कालीन सीएम अरुण ओझा तथा ठेकेदार सैयद अख्तर ने तालाब निर्माण में भ्रष्टाचार कर राशि का गबन किया है….. 5 जनवरी 2020 को नामली पुलिस थाने में एक करोड़ 81 लाख रुपए के गबन के इस मामले में फिर केस दर्ज किया था।
करोड़ के यह दोनों घोटाले में पिछले 5 वर्ष से फरार नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र सोनावा को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई….. पुलिस ने हमेशा इन्हें कागजों पर फरार बताया लेकिन इस अवधि में नरेंद्र सोनावा राजनीति में निरंतर सक्रिय बने रहे……सोशल मीडिया पर नेताओं के साथ फोटो भी सामने आए थे…. लेकिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई थी अब खुद आरोपी नरेंद्र सोनावा ने कोर्ट में पेश होकर सेरेंडर किया।