रतलाम iv न्यूज
जिला चिकत्सालय में शनिवार को एक बार फिर मृत व्यक्ति की आत्मा को पूजा पाठ कर ले जाने की घटना सामने आई है।
पेटलावद के पास के एक गांव के कुछ लोग आज सुबह रतलाम जिला चिकित्सालय पहुंचे।
चिकित्सालय के मेल मेडिकल वार्ड में पहुंचकर इन लोगो ने पूजा अर्चना की और अपने परिवार के 3o साल पहले इलाज के दौरान हॉस्पिटल में हुई मौत के बाद आज उनकी आत्मा को लेने आए थे।
झाबुआ जिलें के पेटलावद तहसील के नवापाड़ा गांव का आदिवासी परिवार के लूनिया नाम का युवक अपने साथ करीब एक दर्जन से अधिक परिजनों के साथ जिला चिकित्सालय आया था। इनमे महिलाए भी शामिल थी। जिनके हाथ में पूजा की थाली थी।
यह लोग सीधे जिला चिकत्सालय के मेल मेडिकल वार्ड में पहुंचे। वार्ड के भीतर जाकर इन्होंने एक स्थान पर कंकू चावल लगाकर पूजा की। लूनिया के गले में माला पहनाईओर कुछ अपनी भाषा में कहा फिर वापस वार्ड के बाहर चल दिए। वार्ड से बाहर आकर सीधे जिला चिकित्सालय के बाहर आ गए। लूनिया ने बताया कि वह गांव से अपने पिताजी गोबा की आत्मा को लेने आया था। उसके पिताजी की जब वह बहुत छोटा था तब इलाज के दौरान यहां मौत हो गई थी। अभी उसकी उम्र करीब 35 साल है। उसे सपने में आकर उसके पिताजी आकर कहते है की उसे लेकर आओ।लूनिया ने बताया कि वह आज उसके पिताजी की आत्मा को न्योता देकर ले जा रहा है।
लूनिया के साथ आए उसके रिश्तेदार। ने बताया की हम अब यहां से सीधे गांव में अपने खेत पर जायेंगे।खेत पर उसे बिठा कर पूजा पाठ करेंगे।जिला चिकित्सालय में पूजा पाठ करने के लिए उन्होंने कोई अनुमति नहीं ली थी और उन्हें किसी ने रोका भी नही था।
जिला चिकित्सालय के आर एम ओ डॉ मोदी का कहना है की यह आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने से इस तरह की पूजा पाठ करने आदिवासी समाज के लोग आते रहते है। यह परिवार भी 35 साल पूर्व इलाज के दौरान मृत हुए अपने परिजन की आत्मा को लेने आए थे। हम लोग इन लोगो को रोकते है तो यह उनकी धार्मिक मामला में हस्तक्षेप की बात कहते है।