रतलाम । IVNEWS । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि भारत की आत्मा गांब में बसती है , इसे साकार करने के लिए सरकार ने पंचायती राज व्यवस्था की परिकल्पना करते हुए लोकतांत्रिक तरीके से हर गांव पंचायती राज व्यवस्था दी है । लेकिन लगता है कि इस पंचायती राज में भी नोकरशाही हावी है । रतलाम विकास खण्ड गांब धराड़ गांव में नल जल योजना के अंतर्गत बनने वाली टंकी के निर्माण के स्थान को लेकर स्थानीय भाजपा के नेता और ग्राम पंचायत आमने-सामने हो गए हैं। और सोमवार को ग्राम पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधियों ने जनता के साथ मिलकर कलेक्टर कार्यालय में हम अपना अधिकार मांगते नहीं किसी से भीख मांगते , हाय हाय के नारों के साथ प्रदर्शन करना पड़ा ।
भाजपा नेताओं के दखल की वजह से टंकी का निर्माण निर्धारित स्थान पर नहीं हो पा रहा है।
जिसकी शिकायत लेकर सरपंच और पंच सहित गांव के लोग कलेक्टर के पास पहुंचे थे। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने ग्रामीणों को 3 दिनों में निर्माण कार्य शुरू करवाए जाने का आश्वासन दिया है।इस मामले को लेकर शिकायत करने पहुंचे सरपंच एवं ग्रामीणों का कहना है कि नल जल योजना के अंतर्गत बनने वाली टंकी का निर्माण गांव के मध्य में करवाए जाने का प्रस्ताव ग्राम पंचायत से स्वीकृत कर पीएचई विभाग को दिया गया था। लेकिन गांव के स्थानीय भाजपा नेता विभाग के अधिकारियों और ठेकेदार को टंकी का निर्माण किसी अन्य जगह पर करवाने के लिए दबाव बना रहे हैं। ग्रामीणों का कहना था कि धराड़ गांव में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष ईश्वरलाल पाटीदार और उनके सहयोगी गांव में नल जल योजना के अंतर्गत बनने वाली टंकी के निर्माण स्थान को बदले जाने को लेकर निर्माण एजेंसी और पीएचई विभाग के अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं। इन भाजपा नेताओं के निजी स्वार्थ के करण गांव में नल जल योजना का कार्य पिछले तीन महीन सरपंच और पंचायत के अन्य पदाधिकारी जब पीएचई विभाग पहुंचे तो अधिकारियों ने बताया कि भाजपा नेताओं के दबाव के कारण टंकी का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। वहीं,इस मामले में सांसद और विधायक ने भी हस्तक्षेप करने से मना कर दिया । इसके बाद परेशान होकर सभी ग्रामीण और ग्राम पंचायत के पदाधिकारी कलेक्टर के पास पहुंचे हैं। कलेक्टर से मिला आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने कहा कि यदि सोमवार तक समस्या का हल नहीं होता है तो धराड़ ग्राम पंचायत आसपास की 25 ग्राम पंचायतों के समर्थन के साथ उग्र आंदोलन खड़ा करेगी। क्योंकि पंचायती राज में सरकार ने अधिकार दिए हैं लेकिन नेता अपनी राजनीति के सहारे काम नहीं होने दे रहे हैं ।