
रतलाम IV NEWS
जेल में बन्द कैदी पैरोल के लिए या फिर सजा माफी के लिए आवेदन देते हैं। लेकिन एक कैदी ने चुनाव लडने के लिए आवेदन देकर अनुमति मांगी है। जेल की सलाखों के पीछे से चुनावी ताल ठोकने वाले ये कैदी रतलाम की सर्किल जेल में सलाखों के पीछे से भवानी प्रताप पिता भंवर लाल कैथवास निवासी श्री राम नगर, न्यू ग्लोबस सिटी के पास, रतलाम है जो कि एक सक्रिय राजनैतिक कार्यकर्ता हैं और नीमच विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से 2023 मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में भारतीय स्वर्णिम युग पार्टी के उम्मीद्वार के रूप में चुनाव लडने के लिये माननीय जिला एवं सत्र न्यायालय, रतलाम (मध्य प्रदेश) के समक्ष आरोपी को 2023 मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव लड़ने की अनुमति देने बाबत आवेदन पत्र 20 अक्टूबर 2023 को इंजिनियर विजय सिंह यादव, अधिवक्ता के माध्यम से प्रस्तुत किया हैं।
क्या है तर्क:
- यह है कि याचिकाकर्त्ता न्याययिक अभिरक्षा में हैं, केवल प्राथमिकी दर्ज होने और जेल में बंद होने के आधार पर किसी व्यक्ति को चुनाव लड़ने से वंचित करना पर्याप्त नहीं है ।
- यह है कि गिरफ्तार आरोपी या विचाराधीन कैदी को जेल में बंद होने के आधार पर चुनाव लड़ने से वंचित करने से राजनीतिक विद्वेष के कारण जेल में बंद करने का रास्ता खुल जाएगा। तब तो एक राजनीतिक या सत्तारूढ़ पार्टी को अपने विरोधियों को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए सिर्फ यही करना होगा कि पुलिस को मामला दर्ज करने और विरोधी को गिरफ्तार करने के लिए कहा जाए।
- यह है कि भारत में जेल से चुनाव लड़ने का अधिकार संविधान के अनुच्छेद 326 द्वारा दिया गया है। यह अनुच्छेद कहता है कि कोई भी व्यक्ति चुनाव लड़ने से अयोग्य नहीं ठहराया जाएगा केवल इसलिए कि वह जेल में है ।
क्यों है नेताजी जेल में..?
खबर और जानकारी के मुताबिक जेल में बन्द कैदी से नेताजी बनने वाले भवानी प्रसाद कैथवास मारपीट के एक प्रकरण में जेल की यात्रा कर रहे हैं, विगत दो महीनो से उनकी जमानत नहीं हो सकी है जिसकी अगली सुनवाई 26 अक्टूबर 2023 लगी है।