
रतलाम IV NEWS
भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व गृह मंत्री हिम्मत कोठारी का एक फोटो इन दिनों सोशियल मिडिया में जमकर वायरल हो रहा है। इस फोटो में भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व गृह मंत्री हिम्मत कोठारी से कांग्रेस के कद्दावर नेता जीतू पटवारी से मिलते हुए दिखाई दे रहे है। इस मुलाकात में दोनो के बीच क्या चर्चा हुई इसका खुलासा तो नही हुआ है।लेकिन भाजपा के वरिष्ठ कद्दावर नेता हिम्मत कोठारी का इस बारे में कहना है की जब दो नेताओं की मुलाकात होती है तो राजनीतिक चर्चा होना स्वाभाविक है। वायरल हुए फोटो को देखकर यह कयास लगाया जा सकता है की भाजपा में कदावर नेता हिम्मत कोठारी की हो रही उपेक्षा को देखकर कांग्रेस उन पर डोरे डाल रहीं है।

भाजपा के वरिष्ठ कद्दावर नेता पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी और कांग्रेस के कद्दावर नेता जीतू पटवारी की मुलाकात का वायरल हुआ यह फोटो उस दिन का है जब कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा लेकर कांग्रेस नेता जीतू पटवारी रतलाम आए थे। जन आक्रोश यात्रा जब रतलाम शहर में गुजर रहीं थी तब एक चौराहे पर भाजपा के कद्दावर नेता हिम्मत कोठारी खड़े हुए थे। श्री कोठारी को खड़ा देख जन अक्रोश यात्रा रथ पर सवार कांग्रेस नेता जीतू पटवारी की निगाह उन पर पढ़ी तो श्री पटवारी रथ से उतर कर नीचे आए। श्री पटवारी ने हिम्मत कोठारी के पैर छुए और मुलाकात की। इस मुलाकात में जीतू पटवारी ने अपने सिर पर भाजपा नेता हिम्मत कोठारी का हाथ रखवाकर आशीर्वाद लेने के बाद यह कहना की इस राजनेतिक परिदृश्य में आप। जैसे नेता अब कहा बचे है। वहा मौजूद लोगो को यह सोचने पर मजबूर कर गया की जिस पार्टी ने श्री कोठारी है वह पार्टी इन दिनों उनको इग्नोर कर रहीभाए जबकि विपक्षी दल के नेता उनकी तारीफ कर रहे है।इस तरह से सार्वजनिक रूप से कांग्रेस के कद्दावर नेता जीतू पटवारी का भाजपा के वरिष्ठ कद्दावर नेता हिम्मत कोठारी से मुलाकात कर आशीर्वाद लेना कई चर्चाओं को जन्म दे रहा हैं। वैसे ऐसा पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के इस कद्दावर नेता से मुलाकात कर आशीर्वाद नही लिया हो। वैसे देखने में आ रहा है की रतलाम को भाजपा का गढ़ बनाने वाले इस कद्दावर नेता हिम्मत कोठारी की पार्टी में लगातार उपेक्षा हो रहीं है।
भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा से लेकर सोमवार को भोपाल के जंबूरी मैदान में प्रधान मंत्री की मौजूदगी में हुए भाजपा कार्यकर्ताओ के महाकुंभ तक भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी पार्टी में हो रहीं अपनी उपेक्षा के कारण निष्क्रिय नज़र आए ।
इसी बीच तीन दिन पहले रतलाम पहुंची कांग्रेस की जनाक्रोश यात्रा के प्रभारी पूर्व मंत्री जीतू पटवारी का अचानक चौराहे पर पूर्व गृहमंत्री कोठारी को रोक कर मिलना , पैर छूना और आशीर्वाद मांगते हुए यह कहना कि आप जैसे नेता अब कहा बचे , और कोठारी के हाथ दुआ के लिए अपने सिर पर रखवाने के बाद इस राजनेतिक दृश्य को जिसने भी डालू मोदी बाजार चौराहे पर देखा वह दबी जुबान से अब तक चर्चा करता नजर आ रहा है। हालाकि भाजपा नेता कोठारी इसे राजनीति से दूर मानकर सहज भेंट मानते हैं। लेकिन यह मुलाकात भाजपा के भोपाली संगठन के नेताओं तक को चिंतित करने वाली हो सकती हैं की जो नामुमकिन है वह मुमकिन है । इस मुलाकात के फोटो सोशियल पर वायरल होने के बाद राजनीति का बाजार गर्म हो रहा है। इसी बीच रविवार शाम को कर्नाटक के राज्यपाल माननीय थावरचंद्र गहलोत का पूर्व गृहमंत्री कोठारी के निवास पर पहुंच कर मुलाकात करना, पुराने संबंध का हवाला देकर परिजनों से मुलाकात करना शायद राजनेतिक नब्ज टटोलने की और ही इशारा करती दिख रही है।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक तरफ भाजपा संगठन पार्टी के कद्दावर वरिष्ठ नेताओं को मार्गदर्शक बताती हैं दूसरी तरफ वरिष्ठ नेताओं को हाशिए पर रख कर सम्मान देने से भी कतराती नजर आ रही है जो संगठन की कमजोरी के कारण नुक्सान होने के अंदेशे को नकारा नहीं जा सकता है।
में एक साधारण कार्यकर्ता हु.. कोठारी
पार्टी में पुराने कार्यकर्ताओं की लगातार हो रहीं उपेक्षा से पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी ने अपनी समय समय पर नाराजी जताई भी है। हालाकि पार्टी के इस कद्दावर नेता की नाराजी कों देखते जब भाजपा के कई बड़े नेता उनसे मिलने उनके निवास पर भी पहुंचे थे। इसमे भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय जैसे बड़े नेता भी प्रमुख रहे।

विधानसभा चुनाव के समय पूरी तरह घर पर बैठकर आराम कर रहे पूर्व गृह मंत्री हिम्मत कोठारी से जब iv news ने चर्चा की तो उन्होंने साफ साफ कहा मेरी राजनीति सब जानते है। पार्टी यदि कोई काम देगी तो उसे करेगे । यदि पार्टी साधारण कार्यकर्ता मानती हैं तो बात अलग है, साधरण कार्यकर्ता का काम माउथ पब्लिसिटी करना होता है। भाजपा के पक्ष में वोट देने की अपील करेंगे । एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा नेता आते हैं मिलते हैं ये अलग बात काम देना की नही यह तो संगठन तय करता है।
गत दिनों कांग्रेस नेता जीतू पटवारी से मुलाकात के सवाल पर उन्होंने कहा उन्होंने रैली में मुझे देखा तो मिलने आ गए । फिर राजनीति की बाते तो होती है। पहले कांग्रेस के नेता मिले थे लेकिन अब नही मिले हैं उन्हें मालूम है हिम्मत कोठारी जहां है वहीं रहेंगे , कहीं जाने वाले नही है।