रतलाम, 8 मार्च। रतलाम आये प्रदेश के मुखिया शिवराजसिंह आज बहुत ही अलग अंदाज में दिखे। लाडली बहना सम्मेलन में रैंप वॉक करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शुरू से ही महिलाओं की बदतर स्थिति देखी है। बेटियों के साथ बहुत अन्याय हुआ। जब पहले बिटिया जन्म लेती थी तो मां का चेहरा उतर जाता था। बेटों के होने पर मिठाईयां बटती थी। बेटियों को कोख में ही मार दिया जाता था। कोख को कत्ल खाना बना दिया। कहते थे बेटा कुलदीपक है। वह हमारे सहारे की लाठी बनेगा, लेकिन वही बेटा लट्ठ मार रहा है। तभी से महिला उत्थान के लिए उसमें कुछ करने का संकल्प मन में था। बेटी नहीं होगी तो बहू कहां से लाओगे। अब प्रदेश में 1000 बेटों पर 956 बेटियां हैं इस स्थिति में काफी सुधार है बेटी है तो कल है। अब बेटी का दिल मां के लिए धड़क रहा है। उसकी सांसे मां के लिए चल रही है। भाजपा की सरकार आते ही लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, अब लाड़ली बहना योजना का क्रियान्वयन हो रहा है।

मुख्यमंत्री द्वारा मंच को छोड़कर रैंप वॉक करते हुए पूरा संबोधन दिया। हजारों बहनों को रैंप वॉक करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा लाड़ली बहना योजना से महिलाओं की पारिवारिक और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। सासूजी की पेंशन भी 1000 कर दूंगा। बहनों को एक हजार मिलेंगे। नई बहू आ जाएगी तो उसको भी एक हजार। इस तरह साल भर में 36 हजार मिलेंगे। खेत की जमीन है तो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री निधि से चार और छह हजार मिलेंगे। जब परिवार में ₹46000 साल के आएंगे तो इससे परिवार की आर्थिक स्थिति काफी सुधरेगी। पैसा बड़ी चीज है भाई। जब इतना सारा पैसा घर में आएगा तो सास भी बहू को घी में चुपड़ चुपड़ कर खाना खिलाएगी। बहू भी सास के पैर दबाएगी। जब घर में पतिदेव मुंह लटकाकर आएंगे कि राशि का इंतजाम नहीं हो रहा है, तब बहना झट से रुपए निकाल कर देगी। बहनों की खुशियों के लिए प्रदेश में अहाते बंद करवा दिए हैं। अब पतिदेव नशा करके घर नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि
पहले प्रदेश में बहनों के नाम पर कोई भी मकान दुकान और जमीन नहीं खरीदा था, मगर जैसे ही बहनों के नाम पर जमीन खरीदने के लिए स्टांप ड्यूटी एक फीसद कर दी तो कई सारी बहनों के नाम प्रदेश में जमीन, मकान, दुकान हो गई। जबकि पुरुषों के नाम पर रजिस्ट्री होती थी तो 3 फीसद स्टांप ड्यूटी लगती थी।

बहनों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री बोल रहे थे। तभी आवाज लगाई कलेक्टर सुन ले, मेरी बहनों को केवाईसी के लिए पैदल नहीं जाना पड़े। उनके लिए गाड़ी की व्यवस्था करें। लाड़ली बहनों की योजना के बारे में जानकारी ली तो कलेक्टर ने बताया कि बस दो-तीन दिन में काम पूरा हो जाएगा। तब मुख्यमंत्री ने कहा कोई जल्दी नहीं, आराम से करो, पर सब का काम होना चाहिए। बहनों से भी पूछा किस किस के खाते खुल गए हैं। तो सभी बहनों ने हाथ ऊंचे कर दिए। जब पूछा कि किसके खाते नहीं खुले तो 10 से 15 बहने ऐसी थी जिनके खाते नहीं खुले। रैंप से कहा कि फॉर्म भरने के लिए किसी को भी ₹1 ना दें यदि कोई फॉर्म के लिए पैसे मांगता है तो 181 पर शिकायत करें, उन्हें हथकड़ी लगवा कर जेल भिजवाऊंगा।
मुख्यमंत्री ने कहा आप सबका शिवराज भैया शुरू से ही बहनों के उत्थान में तत्पर है। बहना अपने भैया का साथ निभाना, मेरा मकसद है आपकी जिंदगी में बदलाव लाना। आगामी चुनाव में भाजपा की सरकार को ही लाना, बस यही वादा निभाना भूल न जाना। कांग्रेस के बहकावे में मत आना। कांग्रेस ने पहले भी कई सारी योजनाएं भाजपा सरकार की बंद कर दी।

करोड़ो के विकास कार्य का लोकापर्ण ओर भूमिपूजन करते मुख्यमंत्री

स्वागत भाषण के साथ नर्मदा का पानी लाने की बात कहते हुए शहर विधायक चैतन्य काश्यप
स्वागत भाषण में शहर विधायक चैतन्य काश्यप ने कहा कि पेयजल की दिक्कत हो रही है। बदनावर तक तो मां नर्मदा आ रही है। यदि पाइप लाइन डालकर नर्मदा का पानी रतलाम लाया जाए तो बेहतर होगा। मुख्यमंत्री ने इस बात को ध्यान में रखा और जाते-जाते कहा कि माना कि गर्मी में पेयजल की दिक्कत होती है इसलिए अब मां नर्मदा का पानी रतलाम में लाएंगे। मुख्यमंत्री के यह बोलते ही मंचासीन सांसद गुमान सिंह डामोर, सुधीर गुप्ता, अनिल फिरोजिया और विधायक चैतन्य काश्यप, डॉ. राजेंद्र पांडे, दिलीप मकवाना ने मुख्यमंत्री की घोषणा का करतल ध्वनि से स्वागत किया।

शनिवार को दोपहर में मुख्यमंत्री श्री चौहान का आगमन हुआ। जहां पर आदिवासी नृत्य कर रहे थे तो उनके साथ नाचने लगे। तत्पश्चात उन्होंने 1374 करोड़ कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण किया। आयोजन की शुरुआत के पूर्व कन्या पूजन कर उनसे आशीर्वाद लिया। तत्पश्चात दीप प्रज्वलन की रस्म अदायगी हुई। रैंप पर आकर सभी बहनों का अभिवादन किया बहनों पर पुष्प वर्षा की। पुनः मंच की ओर गए, जहां पर स्वागत सम्मान हुआ। पश्चात गाना गाते हुए मुख्यमंत्री रैंप पर आए ” फूलों का, तारों का, सबका कहना है, लाख हजारों में मेरी बहना है, उनकी जिंदगी में खुशियां लाना है।

By V meena

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