
रतलाम, IV NEWS
सोमवार को जिला अस्पताल का सारा नजारा बदला बदला नजर आया, मुख्य द्वार पर फूलो की रंगोली के साथ ही जगह जगह सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और जरूर मंद स्टूमेंट दीवारों पर लगा कर अस्पताल प्रशासन ने अपनी सक्रियता बताई । दरअसल इंतजार करते करते नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) की टीम सोमवार को रतलाम पहुंची । दो डॉक्टरों की टीम को केंद्रीय मंत्रालय ने रतलाम भेजा है। टीम में शरीक डाक्टर डी विजय रमन चेन्नई से आए है, वही डा संतोष काटले ओरंगाबाद महाराष्ट्र से आए हैं।
अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्रों को क्वालिटी के मानकों पर परखने के लिए टीम का दौरा होता है। इसे लेकर लंबे समय से तैयारी हो रही थी। छोटे-छोटे बिंदुओं पर स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन किया गया कुल अंकों के आधार पर ही सर्टिफिकेशन का फैसला होगा। नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड की टीम अपने तय बिंदुओं पर आकलन करती है। इनमें अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्रों में मिलने वाली सुविधा, सफाई व्यवस्था, डॉक्टरों की संख्या आदि के आधार पर सर्टिफिकेशन होता है। अस्पताल को स्टैंडर्ड के हिसाब से मेंटेन भी करना होता है।
इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टाफ, वेंटिलेशन, प्रति बेड डॉक्टर और नर्स, ओटी की व्यवस्था, स्टाफ की एजुकेशन, स्टाफ को इंफेक्शन कंट्रोल के बारे में जानकारी आदि होते हैं।
टीम ने जिला अस्पताल की व्यवस्था को अपनी पैनी नजरो से परखा ओपीडी में डॉक्टर के पास मरीजों के बैठने का स्टूल नही होने पर टीम ने आपत्ति ली वही अन्य कमियों को भी फोकस किया।
इनका कहना
ये को टीम केंद्र ने भेजी है उसमे दो डॉक्टर है जो जिला अस्पताल का निरीक्षण कर हमारे पास उपलब्ध सुविधाओ और संसाधनों का आकलन कर रहे हैं। हम यदि मापदंड में आते हैं तो भविष्य में हमे लाभ होगा । मरीजों को सुविधाएं और संसाधन भी बड़ेगे।
डा एम एस सागर
सिविल सर्जन, जिला चिकित्सालय