रतलाम, IV news प्रति मंगलवार होने वाली जनसुनवाई में जब कोई बुज़ुर्ग अपनी समस्या लेकर पहुंचता है और समस्या पारिवारिक विवाद की हो तो कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी की मानवीय संवेदना किसी श्रवण कुमार से कम नहीं होती हैं । वो कलयुगी बेटों को सबक सिखाने में भी देर नहीं करते हैं ।
ऐसा ही एक मामला जब आज पहुंचा तो कलेक्ट ने वर्द्व महिला के घर प्रशासनिक अधिकारियों को भेजने में भी देर नहीं कि । मामला सिलवटों के वास का है , यहां की रहवासी करीब 85 वर्षीय वृद्ध महिला लीला बाई कलेक्टर के पास पहुंची और अपने बेटों बहु की शिकायत करते हुए कहा उसके पति के ही मकान में उसे नहीं रहने दे रहे हैं । लीलाबाई के तीन बेटे है एक बेटा रखता है दो बेटे बहु सम्पति मांगते हैं । उसके मकान के नीचे के हिस्से में ताला लगा दिया गया है।
बूढ़ी माँ की दर्दनाक कहानी सुनते ही कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी की संवेदनशीलता इस तरह जाग्रत हुई कि उन्होंने शहर तहसीलदार ऋषभ ठाकुर सहित अन्य अधिकारियों को तत्काल लीलाबाई के साथ सिलावटो के वास स्थित मकान पर जाने के निर्देश दिए ।
कलेक्टर के निर्देश पर अधिकारियों का दल मौके पर पहुंचा और घर पर लगे ताले को लेकर बेटों को लताड़ लगते हुए कानून की भाषा समझा डाली की मकान पर तुम्हारी माँ लीलाबाई का ही अधिकार है । रकम , मकान क्या किस को देना है या नही देना है यह उनका विवेक और अधिकार है । लेकिन उनके मकान से उन्हें वेदख़ल करने का अधिकार किसी को नहीं है । प्रशासन के दल ने मकान का ताला खोलकर माँ लीलाबाई को कब्जा दिलवा दिया । लीलाबाई के पति के पति का चार साल पहले निधन हो गया था । शहर तहसीलदार ऋषभ ठाकुर ने बताया मामला सम्पति को लेकर पारिवारिक विवाद था । अपने मकान में प्रवेश होते ही वृद्ध लीलाबाई की खुशी का ठिकाना नहीं था।