रतलाम IV NEWS । भाजपा जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह लूनेंरा की कार्यशैली की जमकर बगावत करने वाले आलोट क्षेत्र के भाजपाइयों के तेवर अभी भी गर्म ही है। भाजपा जिलाध्यक्ष को हटाने की मांग को लेकर खुलकर सड़क पर उतारने वाले भाजपाइयो ने साफ कर दिया कि 1 जुलाई तक भाजपा जिलाध्यक्ष नही बदला तो वह भोपाल कुच करेंगे।इधर कोर कमेटी की भोपाल में हुई बेताल के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष ने भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को मीडिया में बात न करने की नसीहत देते हुए कहा कि ऐसा जो करेगा उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही हो सकती है। यह चेतावनी भी आलोट क्षेत्र के बगवात करने वाले भाजपाइयों को उनके इरादे से नही डिगा पा रही है। आलोट क्षेत्र के भाजपा के किसान नेता लक्ष्मणसिंह परिहार ने प्रेस को जारी बयान कर भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंदसिंह लुनेरा पर कई गंभीर आरोप लगाये है।
रतलाम भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंदसिंह लुनेरा की कार्यप्रणाली के खिलाफ आलोट से उठी आवाज सड़क पर आकर भोपाल संगठन तक पहुंच गई है । चुनाव के वक्त हुई बगावत को संगठन ने भी गंभीरता से लेकर अपनी नाराजगी जताई है । अपने तानाशाही वाले रवैए के कारण उठे विरोध के स्वर पर पर्दा डालने के लिए जिलाध्यक्ष ने शुक्रवार को श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर अपनी पीड़ा उजागर कर एक बार फिर भाजपा नेताओं कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियों को नसीहतें देने में देर नहीं कि वह भी मीडिया के सामने उन्होंने कहा यदि मीडिया में कुछ आया या प्रेसनोट जारी किया तो यह अनुशासन हीनता माना जाएगा । लूनेंरा जी ने हालही में भोपाल में हुई कोर कमेटी का भी हवाला देते हुए अपने खिलाफ हो रही बगावत पर पर्दा डालने का प्रयास किया है। इसी बीच एक प्रेस बयान में आलोट क्षेत्र के भाजपा किसान नेता लक्ष्मण सिंह परिहार ने आरोप लगाते हुए बताया की भाजपा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में पूरे जिले में पार्टी कमजोर हो रही है और कार्यकर्ता अपने आप को कुंठित एवं अपमानित महसूस कर रहे हैं । विधानसभा चुनाव के पूर्व भाजपा के किसान नेता के इस आरोप के बाद जिले की राजनीति में हलचल मच गई है। किसान नेता परिहार ने कहा कि यदि जिलाध्यक्ष को नहीं हटाया तो पार्टी को बड़ा नुकसान आगामी विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता है।भाजपा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में पूरे जिले में पार्टी कमजोर हो रही है और कार्यकर्ता अपने आप को कुंठित एवं अपमानित महसूस कर रहे हैं
श्री परिहार ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी वैसे तो विश्व की सबसे बड़ी कार्यकर्ताओ की पार्टी बन चुकी हे और भाजपा संगठनात्मक ढांचा भी काफी मजबूत हे लेकिन भाजपा में बड़े स्तर पर चल रही गुटबाजी एवं रस्साकसी के कारण भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में अपेक्षा के अनुरूप संख्या एकत्रित नही हो रही है। उन्होंने इसके पीछे जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि रतलाम जिले के कई नेताओं द्वारा इनकी कार्यशैली एवं भाजपा कार्यकर्ता की उपेक्षा कर संगठन को कमजोर करने तथा चापलूस एवं चाटुकार लोगो को संगठन में पद देकर महिमामंडित करने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए इनकी कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाए हैं।
श्री परिहार ने कहा कि उनके ओर भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य थानसिंह तंवर के नेतृत्व में विगत दिनों सैकड़ों वाहन के काफिले के साथ कार्यकर्ताओ ने रतलाम पहुंचकर जिला अध्यक्ष हटाओ भाजपा बचाओ के नारे के साथ भाजपा कार्यालय पर पहुंचे वहां जिला महामंत्री निर्मल जी कटारिया को ज्ञापन दीया और वहां पर्चे चिपकाए गए तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता हिम्मत कोठारी को भी एक ज्ञापन के माध्यम से कार्यकर्ताओं की पीड़ा से अवगत कराया जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि रतलाम जिला अध्यक्ष की कार्यशैली कार्यकर्ताओं के हित में नहीं है। ओर उन्हें हटाया जाए।
श्री परिहार ने बयान में आगे बताया कि नगरी निकाय एवं पंचायत चुनाव में इन्होंने जनाधार विहीन चाटुकार एवं चापलूसी को उम्मीदवार बनाया तथा जीतने वाले योग्य कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं दिया जिसके कारण पूरे जिले में जनता एवं कार्यकर्ताओं के आक्रोश के कारण पार्टी को बुरी तरह से पराजय का सामना करना पड़ा ओर भाजपा से बगवात कर चुनाव मैदान में उतरे कई निर्दलीय जीत कर आए और उन्ही निर्दलीय कार्यकर्ताओं को साथ में लेकर कई जगह जनपद एवं नगर पंचायत में अध्यक्ष बनाए गए इससे साबित होता है कि भाजपा जिला अध्यक्ष का टिकट चयन कितना गलत था। वही उनके द्वारा दिए गए टिकट पर चुनाव हारने वाले उन नाकारा लोगों को इनके द्वारा पुनः संगठन में पद दिए गए और ये हारे हुए नेता संगठन में पद प्राप्त कर अपने हार का बदला कार्यकर्ताओं से ले रहे हैं और संगठन को कमजोर कर रहे हैं।पार्टी का निरंतर सक्रियता से कार्य करने वाले जिले के कई मजबूत मंडल अध्यक्षों को इन चापलूस नेताओं के कहने पर हटा दिया गया हे। जिससे कार्यकर्ताओं में आक्रोश पैदा हो गया हे। भाजपा किसान नेता श्री परिहात ने कहा कि जिले के कई कद्दावर नेता भी जिलाध्यक्ष की कार्यशैली से काफी नाराज हे।जिले के कई विधायक एवं पूर्व विधायक तथा दावेदार इनसे खुश नही हे लेकिन मजबूरी वस अपना टिकिट पक्का करने के चक्कर में इनसे पंगा नहीं लेना चाहते। उन्होंने कहा कि जिला अध्यक्ष को हटाने के लिए पूरे जिले में विद्रोह के स्वर मुखर होते जा रहे हैं रतलाम विधानसभा चुनाव में 50,000 पचास हजार से अधिक मतों से जीतने वाली भाजपा नगर निगम चुनाव मे 8 हजार वोटो पर ही सिमट गई।वही जिले की नामली नगर परिषद जो की रतलाम ग्रामीण में आती है जिला अध्यक्ष जी की विधानसभा है वहां भाजपा को बड़ी हार का सामना करना पड़ा और कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष निर्वाचित हुए। सैलाना नगर परिषद भी भाजपा की बुरी तरह से हार हुई यहां भी काग्रेस के अध्यक्ष काबिज हुए।जिले की जावरा नगर पालिका में भी बंदर बांट के चलते योग्य व्यक्तियों को उम्मीदवार नही बनाया गया जिसके कारण पार्टी की पराजय हुई यहां पर भी कांग्रेस ने अपना अध्यक्ष बनाया। पिपलोदा जनपद पर भी कांग्रेस ने कब्जा जमाया। साथ ही नगर परिषद में भी भाजपा के बागी प्रत्याशी श्यामबिहारी पटेल ने निर्दलीय रूप से पूरी पैनल उतारी और ऐतिहासिक जीत दर्ज कर नगर परिषद पर कब्जा जमाया।आलोट विधानसभा की ताल एवं बड़ावदा नगर परिषद में भी योग्य व्यक्तियों को उम्मीदवार नहीं बनाने के कारण बड़ी संख्या में भाजपा के निर्दलीय जीत कर आए और बड़ावदा नगर पंचायत में निर्दलीय अध्यक्ष एवं ताल नगर परिषद में निर्दलीयों के सहयोग से अध्यक्ष बनाया गया।जिला पंचायत में भी पार्टी की बुरी हार हुई तथा धन बल एवं जोड़-तोड़ कर पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं उपाध्यक्ष का पद जयस के खाते में गया।जावरा विधानसभा की तीन जिला पंचायत सीटों में से दो काग्रेस एक निर्दलीय ने जीत दर्ज की। जावरा विधानसभा में तो सभी जगह सुपड़ा साफ हो गया। जिला पंचायत की सभी समितियां कांग्रेस के कब्जे में चली गई।
वही आलोट विधानसभा में पूर्व विधायक जितेंद्र गहलोत प्रबल दावेदार के रूप में सक्रिय होकर कार्य कर रहे हैं और विकास यात्रा में भी पूरी तरह से समय देकर कार्यकर्ताओ को साथ लेकर जनता के बीच पहुकर अपनी पैठ बनाई है लेकिन जिलाध्यक्ष एवं उनकी टीम के अनावश्यक हस्तक्षेप के चलते आलोट विधानसभा क्षेत्र में भी उन्हें कमजोर करने का कार्य किया जा रहा है। संगठन में उनकी सहमति के बिना उनके विरोधियों को तवज्जो दी गई हे जिससे यहां गुटबाजी चरम पर पहुंच गई है। श्री परिहार ने कहा कि कुछ माह बाद ही विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं ऐसे में पूरा जिला गुटबाजी की चपेट में आ चुका है और जिला अध्यक्ष की प्रशासन पर पकड़ नहीं होने के कारण कार्यकर्ताओं को भी छोटे-मोटे कार्यों के लिए परेशान होना पड़ रहा है।कुछ दिनों पूर्व किसानों से की जा रही अवैध वसूली को लेकर आलोट पुलिस के खिलाफ भाजपा नेताओं ने थाने पर जाकर कार्यकर्ता एवं किसानों से की जा रही अवैध वसूली का विरोध किया था तथा क्षेत्र के किसानों ने शपथ पत्र देकर वसूली करने वाले पुलिस अधिकारियों को हटाने की मांग की थी जिस पर जिला अध्यक्ष द्वारा पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करने के बजाय उल्टे भाजपा नेताओं को अनुशासनहीनता के नोटिस थमा दिए थे। जिससे कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए थे उसके बाद भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे दे दिए थे।जिस पर संगठन के पदाधिकारियों ने इस पर संज्ञान लेकर थाना प्रभारी सहित आरोपित पुलिस वालों को हटाने की बात कही थी लेकिन 4 पुलिस कर्मियों को निलंबन करने के बजाय उन्हें जावरा शहर के थाने पर ट्रांसफर किया गया। थाना प्रभारी को नहीं हटाया गया बल्कि उल्टे बिना कारण के आलोट भाजपा मंडल अध्यक्ष विक्रम सिंह आंजना को ही पद से हटा दिया गया और बिना कार्यकर्ताओं की रायशुमारी के नए मंडल अध्यक्ष बनाया गया। जिससे नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लगातार हो रही कार्यकर्ताओं की उपेक्षा से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष की हठधर्मिता एवं तानाशाह तथा पार्टी को कमजोर करने के कारण भाजपा किसान नेता लक्ष्मण सिंह परिहार ने बताया कि जिला अध्यक्ष को 1 जुलाई तक अगर नहीं हटाया गया तो 1 जुलाई बाद 2000 कार्यकर्ताओं को बसों के माध्यम से भोपाल जाएंगे प्रदेश अध्यक्षवी,डी शर्मा से मुलाकात कर जिला अध्यक्ष के खिलाफ अपना पक्ष रखकर रतलाम जिले की स्थिति से अवगत कराएंगे