रतलाम/ आलोट मध्यप्रदेश में भष्ट्राचार मुक्त शासन देने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की शिवराजसिंह सरकार के दावे की पोल आज भाजपा के नेताओ ने ही खोल दी। किसानों से तमंचे की नोक पर अवैध वसूली करने का आरोप लगाकर आलोट पुलिस के खिलाफ आज आलोट के भाजपा नेता ही धरने पर बैठ गए। इन भाजपा नेता ने जमकर नारे भी लगाए। भाजपाइयों का कहना था कि आलोट पुलिस भाजपा की सरकार को बदनाम कर रही है। कांग्रेस ने भाजपाइयों के इस धरना आंदोलन पर तंज कसते हुए कहा कि शिवराज नही बल्कि जंगल राज चल रहा है।वसुली करने वालो का प्रधान भोपाल में बैठा हुआ है।

मंगलवार को जिला मुख्यालय से कारोब 90 किलोमीटर दूर आलोट तहसील मुख्यालय पर आलोट पुलिस थाने के बाहर भाजपा कार्यकर्ता एकत्रित हुए। इन भजपा कार्यकर्ताओ ने किसानों से अवैध वसूली करने का आरोप आलोट पुलिस पर लगाते हुए धरना आंदोलन शुरू कर दिया। धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं के साथ आलोट भाजपा मंडल अध्यक्ष विक्रमसिंह आंजना, पूर्व मण्डल अध्यक्ष दिनेश कोठारी सहित कई भाजपा पदाधिकारी शामिल थे। भाजपा के इस धरना आंदोलन में किसान भी मौजूद थे।


किसानों और भाजपा नेताओं का कहना है कि मानसून आने के पहले किसानों द्वारा अपने खेतों की लेवलिंग, समतलीकरण एवं कुंआ निर्माण के मटेरियल को फेंकने का कार्य करने के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपने मकान के नवीन निर्माण के लिए कच्चे मकान तोड़ने के लिए जेसीबी का उपयोग किया जा रहा है। जेसीबी चलाये जाने पर आलोट पुलिस किसानों पर प्रकरण बनाने की धमकी देकर अवैध वसूली कर रही है। कार्य में लगी जेसीबी जब्त करने तथा लेनदेन कर उनकी जेसीबी छोड़ दी जाती है और जो रुपए नहीं देते है उसकी जेसीबी जब्त कर प्रकरण बनाया जाता है। इससे किसानों आक्रोश है।

इसी बात को लेकर भाजपा मंडल अध्यक्ष विक्रम सिंह एवं पूर्व मंडल अध्यक्ष दिनेश कोठारी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सुबह 11 बजे थाने पर पहुंचे और आलोट एसडीओपी शाबेरा अंसारी से चर्चा कर अवैध वसूली करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की लेकिन भजपा नेताओ की शिकायत पर तुरंत कोई कार्यवाही नही हुई।


भाजपा नेताओ ने कहा कि पुलिस की तानाशाही से आमजन एवं किसान परेशान है। वर्तमान में शासन की योजना अनुसार कई ग्रामीण क्षेत्रों में सुदूर सड़क एवं जल जीवन मिशन के तहत कई निर्माण कार्य चल रहे हैं तथा पाइप लाइन के ये खोदाई का कार्य भी चल रहा है। जिनके लिए जेसीबी का उपयोग होता है और पुलिस द्वारा किसानों पर झूठे प्रकरण बनाने की धमकी देकर अवैध वसूली की जा रही है। जब तक कार्रवाई नही होती धरना जारी रहेगा।

शपथ पत्र देकर की किसानों ने शिकायत

विक्रमगढ़ के किसान गोपाल पुत्र अमरचंद माली ने शपथ पत्र देकर पुलिस पर अवैध वसूली के आरोप लगाते हुए बताया कि उन्होंने अपने मकान के वेस्ट मटेरियल को उठाने के लिए राम सिंह की जेसीबी बुलवाई थी। रात एक बजे आलोट थाने से दो पुलिसकर्मी आए और जेसीबी जब्त करने एवं प्रकरण बनाने की धमकी देकर 15 हजार रुपए की मांग की।

घबराकर 10 हजार रुपए दे दिए। जेसीबी ड्राइवर भारत पुत्र शंकर लाल मालवीय निवासी ग्राम पिपलिया पीथा ने शपथ पत्र देकर आरोप लगाया कि 23 मई को रात दो बजे वे ग्राम दूधिया के विनोद पंडित के खेत पर कुंए का मटेरियल फेंकने का कार्य कर रहा था। तब आलोट से चार पुलिसकर्मी आए और जेसीबी रोकते हुए बोले कि तुम अवैध खनन कर रहे हो, तुम्हारी मशीन जब्त कर प्रकरण बनाना पड़ेगा। गाली गलौज कर जेल भेजने की धमकी देकर 50 हजार की मांग करने लगे। उन्होंने घबरा कर 20 हजार रुपए दिए।

शिवराज नही जंगलराज, शिवराजसिंह त्यागपत्र दे—प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता
भाजपाइयों के द्वारा आलोट पुलिस थाने के बाहर धरना दिए जाने पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में शिवराज नही बल्कि जंगल राज चल रहा है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता योगेंद्रसिंह जादोंन ने कहा कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सिंह की सरकार है यह सरकार पूरे प्रदेश में प्रशासनिक व्यवस्था को चलाने में अक्षम रही है यही कारण है कि आज आलोट क्षेत्र के अंदर भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष पूर्व मंडल अध्यक्ष पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सहित तमाम भाजपा के कार्यकर्ता इस चीज को स्वीकार कर रहे हैं

पूरे प्रदेश में पुलिस प्रशासन के माध्यम से अवैध वसूली का काम कैसे किया जा रहा है इन भाजपा नेताओं का स्वयं कहना है कि अवैध वसूली एक मुहिम है और इस मुहिम का प्रधान भोपाल में बैठा हुआ है भोपाल में बैठकर पूरे प्रदेश में अवैध वसूली की मुहिम का संचालन कर रहा है किसान के ऊपर पिस्तौल लगाकर अवैध वसूली की गई यह एक बहुत गंभीर मामला है भारतीय जनता पार्टी की सरकार में भारतीय जनता पार्टी के नेता स्वयं इस प्रकार के कृत्य को प्रश्नचिन्ह लगाते हैं तो यह इस बात का समर्थन करते हैं कि आदरणीय कमलनाथ जी कहते हैं कि मध्य प्रदेश में जंगलराज है मध्य प्रदेश में अवैध वसूली हो रही है मध्य प्रदेश में किसानों पर अत्याचार हो रहा है पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था को जरूर जरूर कर दिया गया है उसका समर्थन करते हैं आलोट का आज की घटना इसका उदाहरण है शिवराज सिंह जी को स्वीकार करना चाहिए कि देश में प्रशासनिक व्यवस्था नहीं बची है और देश की जनता के हित में उनको अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए

By V meena

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