
रतलाम ivnews । समर्थको द्वारा भाजपा नेता अरुण राव के जन्मदिन पर होर्डिंग लगाकर विधायक बनाने की मांग के बाद स्थानीय भाजपा द्वारा नोटिस देना और श्री राव द्वारा जवाब देकर स्थानीय संगठन पर सवालिया निशान लगाने से सुर्खियों में आये भाजपा नेता अरुण राव ने एक बार फिर स्थानीय भाजपा संगठन पर हमला बोला है । श्री राव ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय जी के रतलाम आगमन पर पार्टी के जिलाध्यक्ष, विधायक, महापौर, पार्टी के पदाधिकारियों एवं पार्षदों की अनुपस्थिति पार्टी प्रोटोकाल का खुला उल्लंघन है । संभवत: यह पार्टी अनुशासनहीनता की श्रेणी में भी आता है। पार्टी को चाहिए कि प्रोटोकाल तोडऩे वालों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे जवाब-तलब किया जाए। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को भाजपा के पूर्व जिला मीडिया प्रभारी एवं पूर्व पार्षद अरूण राव ने पत्र लिखकर उक्त मांग की है । पूर्व पार्षद राव ने पत्र में लिखा कि राष्ट्रीय महासचिव के आगमन से प्रस्थान तक पार्टी प्रोटोकाल के तहत पार्टी के जिम्मेदारों को अपने नेता के साथ उपस्थित रहना था । किसी जिम्मेदार को कोई आवश्यक निजी काम हो सकता है लेकिन सारे जनप्रतिनिधि, पदाधिकारियों, जिलाध्यक्ष को एक साथ निजी काम तो नहीं हो सकता। श्री विजयवर्गीय जी के रतलाम आगमन पर पार्टी प्रोटोकाल को तोडऩा शर्मनाक है और इससे पार्टी कार्यकर्ताओं सहित जनता में गलत संदेश गया है। यहां तक कि पैलेस रोड़ स्थित भाजपा के जिला कार्यालय पर भी दिनभर ताला लगा रहा । पार्टी के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक स्थिति और क्या हो सकती है? भाजपा नेता ने कहा कि कोई कितना भी बड़ा नेता क्यों ना हो लेकिन पार्टी अनुशासन से ऊपर नहीं हो सकता । पार्टी को चाहिए कि पार्टी का अनुशासन भंग करने वालों के खिलाफ पार्टी संविधान के अनुसार तत्काल कार्यवाही की जावें। ताकि भविष्य में इस तरह पार्टी प्रोटोकाल तोडऩे की कोई हिम्मत नहीं सके और पार्टी का अनुशासन बना रहे ।