रतलाम ( ivnews ) रतलाम इंदौर फोरलेन पर चिकलिया टोल पर अवैध वसूली के लिए धमकी देने वाले रतलाम ग्रामीण विधायक के करीबी युवक सुनील गुर्जर के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया हैं. फिलहाल युवक की गिरफ्तारी नहीं हुई हैं.

युवक सुनील गुर्जर के खिलाफ 17 मई को चिकलिया टोल के मैनेजर अमित गुप्ता ने प्रोजेक्ट मैनेजर संतोष शर्मा, प्लाजा मैनेजर सतीश सिरसाट , असिस्टेंट प्लाजा मैनेजर प्रदीप सिंह के साथ बिलपांक पुलिस थाने जाकर लिखित आवेदन दिया था. जिस पर पुलिस ने
अपराध धारा 308(2),296,351 (2) बीएनएस का प्रकारण दर्ज किया गया. पुलिस को दिए गए आवेदन मे मैनेजर अमित गुप्ता ने बताया की मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम द्वारा प्रदत्त अनुबंध के अनुसार, मेसर्स वेस्टर्न मध्य प्रदेश प्राइवेट लिमिटेड द्वारा लेबड़ से जावरा के बीच सड़क के निर्माण, अनुरक्षण एवं पथकर (टोल) संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। इसी अनुबंध के अंतर्गत, चिकलिया स्थित टोल प्लाजा पर शुल्क संग्रहण का कार्य एसकेएम कांट्रेक्टर एंड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 1फ़रवरी 2024 से किया जा रहा है। तभी से ग्राम जमुनिया निवासी सुनील गुर्जर पिता अमर सिंह टोल प्लाजा से पचास हज़ार रुपये मासिक धनराशि का दबाव बनाता आ रहा है। उसका कहना है कि उसे घर बैठे मासिक पचास हज़ार रुपये चाहिए, अन्यथा वह किसी को भी यहाँ काम करने नहीं देगा और निरंतर टोल संचालन में बाधा डालेगा। वह टोल प्लाजा पर कई बार ऐसा कर चुका है, जिसमें वाहनों को जबरन निकालकर अवैध वसूली करना शामिल है। उसके द्वारा टोल से जबरन वाहनों को निकालवाने के कारण कंपनी को नियमित रूप से काफी धनराशि की हानि हो रही है, जिसका विवरण टोल कंट्रोल रूम सिस्टम में देखा जा सकता है। यदि टोल स्टाफ वाहन चालक से टोल शुल्क लेने का आग्रह करता है, तो सुनील गुर्जर उपयोगकर्ताओं के फोन से स्टाफ के साथ अश्लील गाली-गलौज करता है और जान से मारने की धमकी देता है। उसने कई बार टोल प्लाजा पर हंगामा भी किया है। इस कारण स्थानीय कर्मचारी उसके भय से कुछ बोलने से कतराते हैं, और टोल प्लाजा के प्रबंधक भय के माहौल में कार्य करने को मजबूर हैं। सुनील गुर्जर टोल प्लाजा पर कर्मचारियों की नियुक्ति में भी बाधा डालता है, ताकि उसके मन मुताबिक कर्मचारी टोल पर काम करें। पिछले कई दिनों से वह अपने भाई को जबरदस्ती टोल प्लाजा पर नियुक्त करने और अपनी अवैध मासिक धनराशि का अनैतिक दबाव बना रहा था। जब उसकी अनैतिक मांग को स्वीकार नहीं किया गया, तो उसने 8मई 2025 को शाम लगभग 4 बजे टोल प्लाजा पर आकर स्टाफ को गुमराह किया और उन्हें ड्यूटी पर चढ़ने से रोका। इसके परिणामस्वरूप टोल संग्रहण बंद हो गया
और कई घंटों तक टोल फ्री कर दिया गया, जिससे सरकारी राजस्व को हानि हुई। उसी समय टोल प्लाजा पर बिजली चली गई, तो उसने डीजी ऑपरेटर को जनरेटर भी नहीं चलाने दिया, ताकि सिस्टम (कैमरा) बंद हो जाए और वह किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सके। हालाँकि, यूपीएस (UPS) होने के कारण लाइट बंद नहीं हो पाई और वह अपने मकसद में असफल रहा। इस दौरान स्टाफ के संतोष शर्मा प्रोजेक्ट मैनेजर, सतीश सिरसाट प्लाजा मैनेजर, प्रदीप सिंह असिस्टेंट प्लाजा मैनेजर, सलोनी बेनवार एचआर मैनेजर मौके पर मोजुद थे. पुलिस को दिए गए आवेदन मे टोल प्लाजा पर कानून-व्यवस्था बनाये रखने और भविष्य में सरकारी राजस्व व स्टाफ की जान की हानि होने से रोका जाने के लिए। स्थानीय निवासी सुनील गुर्जर द्वारा किए जा रहे अनैतिक कार्यों, टोल स्टाफ को गुमराह करने, राजस्व को नुकसान पहुँचाने, स्टाफ को जान से मारने की धमकी देने और अश्लील गाली गलोच करने और अवैध वसूली के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही करने हेतु निवेदन किया गया था.
टोल मैनेजर अमित गुप्ता का कहना हैं की सुनील गुर्जर पहले टोल पर नौकरी करता था. उसने नौकरी छोड़ दी थीं. लेकिन अब वह टोल से अवैध रूप से वसूली के लिए धमकी देता हैं.. बताया जाता हैं की वह रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामोर का ख़ास हैं. विधायक मथुरालाल डामोर के पुत्र धनालाल डामोर ने इस मामले मे कहा की आरोपी सुनील गुर्जर टोल पर पूर्व मे नौकरी करता था. इनके बीच इंक्रिमेंट को लेकर कुछ विवाद था. पास के गांव का निवासी हैं और भाजपा से जुडा होकर कार्यकर्त्ता हैं इसलिए जानते हैं.

By V meena

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