
रतलाम ( ivnews) पति द्वारा मारपीट कर परेशान किए जाने की सूचना पर बेटी के ससुराल पहुचे पिता और अन्य परिजनो ने दामाद के साथ हुए विवाद मे दामाद के साथ मारपीट कर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. पुलिस ने आरोपी ससुर और काका ससुर को गिरफ्तार कर लिया जबकि तीन आरोपी फरार हैं. जिनकी तलाश की जा रही हैं.
घटनाक्रम गुरुवार की रात बाजना पुलिस थाना क्षेत्र की केलकच्छ पुलिस चौकी के गांव लुखीपाड़ा का है। मृतक का नाम ईश्वर (25) पिता कचरू मईड़ा निवासी लुखीपाडा है। मृतक ईश्वर की शादी बाजना चंद्रगढ़ निवासी गलिया की लडकी भुरी बाई से हुई है।
दोनों में पिछले दिनों विवाद हुआ था। इसके बाद उसकी पत्नी भूरी बाई अपने मायके चली गई। 5 से 6 दिन पूर्व मृतक के बड़े भाई व खुद ईश्वर अपने ससुराल पहुंचा। बातचीत कर पत्नी को वापस लेकर घर आया। गुरुवार रात ईश्वर शराब के नशे में घर पहुंचा। इस दौरान पत्नी से विवाद हुआ। पत्नी ने अपने भाई को फोन कर बताया। भाई के बाहर होने के कारण उसने पिता को जानकारी दी। तब पिता गया अपने साथ परिवार के तीन चार लोगों को बाइक से लेकर लुखीपाड़ा में बेटी के घर पहुंचा। अंदर कहासुनी हुई, उसने दामाद को बाहर निकाल मारपीट की।
साथ आए लोगों ने हाथ-पैर पकड़ लिया। ससुर ने गला दबा दिया। इससे वह बेसुध होकर वहीं गिर गया। मौके से ससुर व अन्य साथ आए लोग वहां से फरार हो गए।
तब घर के पास रहने वाले ईश्वर के भाई व अन्य रिश्तेदार वहां पहुंचे तो देखा कि ईश्वर की मौत हो गई। रात में ही पुलिस को सूचना दी। शव को बाजना स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। शुक्रवार सुबह पीएम हआ। पुलिस ने परिजनों को शव सौंपकर अंतिम संस्कार करवाया।पुलिस ने मृतक की भाभी रामीबाई की सूचना पर मृतक के ससुर गलिया समेत अन्य लोगों पर धारा 103 (1), 296, 190. बीएनएस के तहत केस दर्ज किया।
मृतक की भाभी रामीबाई ने पुलिस को बताया मेरा व मेरे देवर का एक ही पक्का मकान है। आधे में पति व बच्चे रहते है। आधे में मेरा देवर ईश्वर और उसकी पत्नि भूरी अपने दो बच्चो के साथ रहती है। घर का आंगन एक ही है। देवर ईश्वर व देवरानी भूरीबाई का पूर्व मे विवाद हुआ था।
देवरानी अपने मायके चंद्रगढ़ खोरा चली गई। 5 से 6 दिन पूर्व देवरानी भूरी को जेठ कनीराम, तोलाराम व दिनेश व देवर ईश्वर चंद्रगढ़ खोरा गए थे और भूरी बाई के परिवार से बातचीत करके लेकर आए।
भूरीबाई द्वारा पुलिस में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार 1 मई की शाम करीब साढ़े सात बजे वह जेठानी गंगा बाई के साथ आंगन के साईड में बैठकर बात कर रही थी। देवर ईश्वर व उसकी पत्नी भुरी बाई के साथ अपने कमरे में थे। रात करीब 8.30 बजे भुरी बाई के पिता गलिया और उसके पांच अन्य साथी तीन बाइक पर सवार होकर आए।
उन्होंने पास आकर कहा कि ईश्वर कहां है। मेरी लड़की को परेशान कर रखा है। आज उसे नही छोड़ेंगे ऐसा बोलकर गलिया ने दरवाजे पर आवाज दी। दरवाजा खोलते ही ईश्वर को पकड़कर रोड पर ले गए और गला दबा दिया।
बाजना थाना प्रभारी रंजीत सिंगार ने बताया की ससुर गलिया पिता भाणजी, काका सूरज उर्फ सुरेश समेत 5 आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया। गलिया व सूरज को गिरफ्तार कर लिया है। शेष तीन की तलाश जारी है।