रतलाम / सीवरेज ठेकेदार ने मार्च 2022 में कार्य पूर्ण दिखाकर पूरा भुगतान प्राप्त कर लिया , जबकि उस वक्त तक मात्र 22778 मकानो को ही फ्रंटलाइन से जोड़ने का कार्य किया था ,आज भी कई मोहल्ले मे फ्रन्टलाइन से जोडना बाकी है । सीवरेज के इस प्रोजेक्ट मे 150 करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है तथा सत्ता तथा प्रशासन की इसमें जमकर भागीदारी है । यह आरोप प्रदेश कांग्रेस महासचिव तथा आरोप पत्र समिति के उपाध्यक्ष पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने लगाया ।

सकलेचा ने कहा कि सीवरेज ठेकेदार को मकानों के पाइप को सीवर लाइन के लिए बनाए चेंबर में छोड़ना था तथा इसके लिए उसे प्रति मकान ₹3000 तथा प्रति चेम्बर ₹5500 का भुगतान किया गया है । लेकिन उसके बाद भी उसने कई मोहल्लों में , सायर चबूतरा , सुदगुदडी मार्ग, चांदनी चौक आदि मे मकानों के सीवर पाइप को नालियों में छोड़ दिया है । यह अनुबंध के विपरीत है, इससे बीमारियों बढ़ेगी और सीवरेज प्रोजेक्ट का मकसद ही फेल हो जायगा ।

सकलेचा ने कहा कि रतलाम के सीवरेज प्रोजेक्ट में ठेकेदार ने 53273 मकानों के अनुसार बिल बनाकर ₹142 करोड़ का भुगतान प्राप्त किया है ।तथा इसके अतिरिक्त उसे ₹128 करोड़ का अनुदान दिया जाना है । इस प्रकार से कुल मिलाकर इस कार्य के लिए ठेकेदार को ₹270 करोड रुपया प्राप्त होगा । लेकिन उसके बाद भी काम निम्न गुणवत्ता का तथा अनुबंध के विपरित किया जा रहा है । और यह सारी राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है , और इस पर भाजपा नेताओं की खामोशी किसी गहरी साजिश की ओर इशारा करती है ।

By V meena

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