
रतलाम भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता पूर्व गृह मंत्री हिम्मत कोठारी का कहना है कि वह सीएम से मिले है अपनी बातों को रखा है विस्वास है कि मेरी बातों का समाधान हो जाएगा। अभी कुछ नही कहना है समय आने पर वे अपनी बातों को स्पष्ठ करेंगे। पार्टी में वरिष्ठजनों का सम्मान जरूरी है। दीपक जोशी के जाने से थोड़ा नुकसान हो सकता है

श्री कोठारी के शनिवार को भोपाल जाकर मुख्मंत्री से मुलाकात करने की खबर रतलाम शहर में आग की तरह फैली। श्री कोठारी का अचानक भोपाल जाने से शहर की भाजपा राजनीति मे हलचल मच गई थी। भोपाल से लौटकर आये पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी ने आज एक चर्चा में बताया कि
उन्होंने सीएम से समय मांगा था मुख्यमंत्री जी ने कल का समय दिया था इस कारण से मुझे भोपाल जाना पड़ा देखिए राजनीति के अंदर वर्षों से हम लोग काम कर रहे हैं तो जनता की अपेक्षा अभी भी हम से बनी हुई है और जुड़ाव जनता से रहा है जनता के कुछ ऐसे मुद्दे थे जिनको मुख्यमंत्री जी को बताना था और उनका समाधान कराना था और भी ऐसी बातें थी मुद्दे थे जिनमें मुख्यमंत्री जी का ध्यान आकर्षित करना था इसके लिए मैं प्रतिनिधिमंडल के साथ भोपाल गया और भोपाल जाकर माननीय मुख्यमंत्री जी से मिला उन्होंने बातों को सुना समझा और अधिकारियों को निर्देशित किया उसमें जनहित के जो आज की तारीख में लोगों को परेशानियां आ रही है राजस्व विभाग से संबंधित मुद्दे हैं उसमें हमारा कनेरी डैम है उसमें आज पर्याप्त पानी है और उसमें प्रावधान भी है कि रतलाम शहर को आज जितना पानी मिल रहा है उतना पानी मिल सकता है पानी की कमी भी है नया औद्योगिक क्षेत्र बन रहा है तो पानी चाहिए उसके लिए भी मेरा आग्रह था कि यह योजना पूरी की जाए कुछ बातें ऐसी थी की मुख्यमंत्री जी के ध्यान में लाना आवश्यक थी पार्टी की दृष्टि से भी और अन्य संबंधित विषयों पर भी कल मेरी प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री जी से मुलाकात हुई हमने राजस्व विभाग के समय मैं जो प्लाट भेजे गए हैं और दोस्तों में बढ़ गए हैं उनके निर्माण की अनुमति नहीं मिल रही है नामांतरण में भी दिक्कत आ रही है और राजेश विभाग के और भी प्रकरण हैं जिससे लोगों को परेशानी हो रही है ऐसी बातें सामने रखी दीपक जोशी जी के कदम उठाने पर कहा कि देखिए कैलाश जी जोशी मेरे लिए ही नहीं भारतीय जनता पार्टी के लिए और जो राजनीतिक क्षेत्र में काम करते हैं उनके लिए आदर्श पुरुष रहे हैं वह भारतीय जनता पार्टी के नींव के पत्थर रहे हैं संघर्ष किया है पार्टी को खड़ा किया उनका बहुत और बड़ा योगदान पार्टी में है और आज भी उनका नाम आते ही लोक सम्मान से बात करते हैं तो मैं यह मानता हूं कि दीपक जोशी जी जो कांग्रेस में गए हैं अब वह कारण बता रहे हैं वह उनका कारण जो बता रहे हैं समाधान हो जाता उनका दीपक जोशी द्वारा सीएम पर लगाए आरोपों पर कहा कि मुझे लगता है कि यह गलतफहमी है सीएम साहब या कोई भी हो हो सकता है लोकल स्तर पर कोई बात हुई हो परंतु ऐसे बीमारी में या कोई बीमार पड़ जाए उपचार के लिए कोई मना कर दे मैं मानता हूं कि यह तो संभव ही नहीं है दीपक जोशी जी के पार्टी में जाने के सवाल पर कहा कि कहीं ना कहीं उनके मन में पीड़ा रही है कैलाश जी पार्टी में प्रमुख रहे हैं इनको भी विधायक का चुनाव लड़ाया मंत्री बनाया कहीं ना कहीं निश्चित रूप से पीड़ा रही होगी और पार्टी मैं मानता हूं कि पहले अगर जाकर बात करते हैं तो हो सकता है कि कोई समाधान निकलता।
सिंधिया जी के आने के बाद पार्टी में जो वरिष्ठ जन है उनकी उपेक्षा पर कहा कि देखिए मैं अभी इन सब बातों पर ज्यादा खुलासा नहीं करूंगा वक्त आने पर सारी बातें स्पष्ट करूंगा क्योंकि अभी मैंने अपनी बात पार्टी के सामने और मुख्यमंत्री जी के सामने रखी है मैं आज भी विश्वास करता हूं कि मेरी बात को समाधान निकलेगा आज की तारीख में कुछ कहना ठीक नहीं है पर दीपक जोशी जी का कांग्रेस में जाना ठीक नहीं है दीपक जोशी जी के पार्टी से जाने पर नुकसान की बात पर कहा कि देखिए कोई भी वरिष्ठ जाता है और कैलाश जी जोशी का जो नाम है और उनके दो पुत्र गए हैं उनके कारण थोड़ा बहुत नुकसान तो होगा पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी पर कहा कि पार्टी इनको को मनाने का काम कर रही है जैसे सत्तनजी से कल मुलाकात हुई है बातचीत हुई है भंवर सिंह जी से भी पार्टी ने बात की है और मैं यह मानता हूं कि कोई भी व्यक्ति चाहे किसी भी पार्टी से आए चाहे वह मंत्री बन जाए या कोई अन्य पद पर हो उनको पुराने वरिष्ठ लोगों को सम्मान देना चाहिए और उनकी बात सुनना चाहिए इसलिए अपना जाना चाहिए कि हमारे इतने वरिष्ठ कहीं ना कहीं अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे हैं इसका समाधान होना चाहिए। युवाओं को तवज्जो देकर वरिष्ठ को उपेक्षित करने के सवाल पर कहा कि देखिए ऐसा है कि की पार्टी केरला चलती है नई पीढ़ी को तैयार करना और पुरानी पीढ़ी का सम्मान रहे और उनका मार्गदर्शन मिले यह दोनों दोनों साथ रहा है हमेशा जब ठाकरे जी थे तब भी एक के बाद एक दूसरी पीढ़ी को तैयार करते थे यह वरिष्ठ पीढ़ी है यह इसके बाद काम संभालेगी यह काम सीखने वाली पीढ़ी है 3 लेयर पर पार्टी हमेशा चली है और इसलिए जब बदलाव होता है तो तो वरिष्ठ भी उसको स्वीकार करते हैं और नई पीढ़ी को दायित्व मिलता है तो पुरानी पीढ़ी उनको मार्गदर्शन करती है लेकिन कहीं ना कहीं इस व्यवस्था में कमी आई है जो आपसी समन्वय होना चाहिए वह कहीं ना कहीं कम हुआ है इस पर पार्टी विचार करेगी