रतलाम ivnews

करणी सेना परिवार के मुखिया जीवनसिंह शेरपुर ने घोषणा कर दी कि भाजपा की वादा खिलाफी के खिलाफ अब करणी सेना चुनाव रण में उतरेगी। पूरे प्रदेश में लगभग 80 विधानसभा सीटो पर कर करणी सेना अपने उम्मीदवार उतारेगी। करणी सेना पहले व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई लड़ रही थी लेकिन अब सत्ता परिवर्तन की लड़ाई में उतरेगी। चुनाव रण में हम सर्व समाज के उम्मीदवारों को मैदान में उतारेंगे।

हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जो भी राजनीतिक दल करणी सेना की 18 सूत्रीय मांगों को अपने घोषणा पत्र में शामिल करेगा उसे करणी सेना अपना समर्थन भी देगी।
रतलाम के जावरा में बुलाई गई प्रेस वार्ता में पत्रकारों के समक्ष करणी सेना के चुनावी मैदान में उतारने की घोषणा करते हुए जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि जनवरी माह में हमने अपनी 18 सूत्रीय मांगों को लेकर भोपाल में जंगी प्रदर्शन किया था। तब राज्य की भाजपा सरकार की ओर से केबिनेट मंत्री अरविंद भदोरिया ने प्रदर्शन स्थल पर आकर सरकार की ओर से लिखित में मांगे मानने की बात कही थी लेकिन वह आजतक नही मानी गई है।

राज्य की भाजपा सरकार ने करणी सेना सहित सर्वसमाज के साथ धोखा किया है। अब चुनाव आ चुके है सरकार का ध्यान नही है। अब करणी सेना परिवर्तन की लड़ाई लड़ने के लिए खुद चुनाव मैदान में उतरेगी।मालवा अंचल के नीमच, मन्दसौर, रतलाम सहित प्रदेश के 80 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेगी। उन्होंने कहा कि करणी सेना की जो मांगे थी वह सर्वसमाज के लिए थी इसलिए सर्वसमाज के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी।

जीवनसिंह शेरपुर ने कहा कि हमने सभी दलों को कहा है कि जी भी हमारी मांगों को अपने वचनपत्र में रखता है और हमारे उम्मीदवारों को टिकट देता है तो हम समर्थन करेंगे। टिकट की मांग इसलिए कि गई है कि चुनाव जितने के बाद जो दल सरकार बनाएगा वह कभी हमारी मांगे मानने से बदल जावे तो हम क्या पूरे 5 साल विरोध करेंगे ? जीवन सिंह शेरपुर के साथ पत्रकारवार्ता में करणी सेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

By V meena

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