
रतलाम। लंबे समय बाद हुई रतलाम जिला पंचायत की बैठक का आज 9 सदस्यों ने बहिष्कार कर जिला पंचायत कार्यालय के बाहर सड़क पर धरने पर बैठ गए। बिना बैठक के मनरेगा में की सड़को की स्वीकृति , अधिकारियों की मनामनी और जिला पंचायत अध्यक्ष पर मनमाने रवैये के आरोप लगाते हुए 9 सदस्यों ने जिला पंचायत की बैठक का बहिष्कार कर दिया।
जिला पंचायत की बैठक की लंबे समय बाद हुई और उसका का भी कोई परिणाम नहीं निकला । बिना बैठक के मनरेगा में की सड़को की स्वीकृति , अधिकारियों की मनामनी और जिला पंचायत अध्यक्ष पर मनमाने रवैये के आरोप लगाते हुए सदस्यगण उपाध्यक्ष केशव निनामा, डीपी धाकड़ , राजेश भरावा, महेंद्रसिंह, चंपा चंदू मैडा, सहित 9 सदस्यों ने जिला पंचायत की बैठक का बहिष्कार कर दिया।
जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक बुधवार को अध्यक्ष लालाबाई की अध्यक्षता में शुरू हुई थी। कुछ ही समय बाद बैठक का बहिष्कार कर सदन से उपाध्यक्ष केशव निनामा, सहित जयस, कांग्रेस ,निर्दलीय सदस्य सहित दो जनपद पंचायत उपाध्यक्ष बाहर निकल गए। यह सभी जिला पंचायत के गेट पर पहुचे ओर नारेबाजी करते हुए धरना शुरू कर दिया।
जिला पंचायत सदस्य डीपी धाकड़ ने बताया कि कई महिनो बाद बैठक हुई । विभागो की समीक्षा के दौरान अधिकांश विभागो के अधिकारियों की बजाय निचले स्तर के कर्मचारी बैठक में उपस्थित हुए । जिला पंचायत सीईओ सहित अन्य अधिकारियों की मनमानी के कारण मनरेगा की 40 से अधिक सड़के अपनी मर्जी से स्वीकृत कर दी गई। जिला पंचायत अध्यक्ष के पति बैठक का संचालन कर रहै।
जिला पंचायत सदस्य राजेश भरावा ने कहा कि मनमानी का ये आलम है कि स्थाई समिति की बैठके नहीं हो रही है और निर्णय अधिकारी ले रहे है। वनविभाग द्वारा अधिकारी की बजाय वनरक्षक को बैठक में भेजा रहा है। स्थाई समिति के अध्यक्षो को उनके विभागीय सचिव की जानकारी तक नही दी जा रही है। सदस्य महेन्द्र सिंह रिंगनोद ने कहा कि हमे सड़क पर उतरने से लेकर भोपाल तक जाना पड़ेगा तो जाएगें तो भी हम जाएगें लेकिन मनामनी नही चलने देगें।
धरना स्थल पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश पटेल कांग्रेस नेता राजेश पुरोहित सहित अन्य नेता मौजूद थे। करीब दो घण्टे तक धरना चलने के बाद कलेक्टर ने सभी सदस्यों को चर्चा के लिए बुलाया। कलेक्टर से हुई चर्चा के बाद जिला पंचायत सदस्यों ने अपना धरना समाप्त किया।
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती जमुना भिड़े ने इस मामले में बताया कि सामान्य सभा की बैठक थी ।अध्यक्ष उपाध्यक्ष ओर सदस्यगण मौजूद थे। कोरम पूरा होने पर दो ढाई घण्टे तक बैठक चलने के बाद अचानक कुछ सदस्य चले गये। इनका कहना था कि इनके कॉम नही हो रहै है। जबकि हम सभी को समान रूप से सम्मान देते है।सुदूर सड़को के मामले में अभी तो पत्र आया है। उस पर कार्य अब प्रारम्भ होगा। इसके कुछ मापदंड है उसी के अनुसार कार्य किया जाएगा।