
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की रविवार को रतलाम के एकदिवसीय दौरे ने शहर की भाजपा राजनीति में उबाल ला दिया है। बीजेपी महासचिव ने अपने इस प्रवास पर शहर विधायक के विरोधी खेमे के कई नेताओं से उनके घर जाकर मुलाकात की। इस मुलाकात से राजनीति के नए समीकरण बनने के कयास लगाए जा रहे है ।

भाजपा महासचिव श्री विजयवर्गीय शाम को रतलाम आये। यहां वह भाजपा के कई नेताओं के घर पर उनसे मिलने पहुचे। श्री विजयवर्गीय पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी से मिलने उनके निवास पर पहुचे। यहां उनका श्रीकोठारी सहित उनके समर्थको ने जोरदार स्वागत किया। बंद कमरे में श्री विजयवर्गीय ने श्री कोठारी से चर्चा की। चर्चा किन मुद्दों पर हुई यह अभी खुलासा नही हुआ लेकिन श्री विजयवर्गीय ने इतना जरूर कहा कि वह पार्टी के वरिष्ठ नेता हिम्मत कोठारी से मिलने आये है और उनके प्रति सम्मान प्रकट किया। श्री कोठारी के साथ साथ बीजेपी महासचिव ने पूर्व महापौर शेलेन्द्र डागा,पूर्व जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अध्यक्ष अशोक चौटाला के यहां भी जाकर मुलाकात की।
कर्नाटक के परिणाम निराशाजनक , ऐसे परिणाम की उम्मीद नही थी——- कैलाश विजयवर्गीय
पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी के निवास पर भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से चर्चा में कहा कि पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे है और इसके मायने यह निकाला जाए कि हम दो तिहाई बहुमत से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बना रहे हैं ।भाजपा संगठन के पदाधिकारी सुबह साथ में थे आज मैं निजी रूप से हिम्मत कोठारी जी जो हमारे वरिष्ठ नेता है उनके प्रति मैं सम्मान प्रकट करने आया हूं कर्नाटक के चुनाव पर कहा कि अभी तो कहना कुछ भी जल्दबाजी होगी मैं कर्नाटक केवल आठ के दिन गया था इस परिणाम से थोड़ी सी निराशा जरूर है क्योंकि हमें ऐसे परिणाम की अपेक्षा नहीं थी हमें सोच रहे थे कि मुकाबला काफी नजदीक है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस को सपने देखना चाहिए । कर्नाटक में 40% के कमीशन वाले मुद्दे को कांग्रेस द्वारा मध्यप्रदेश में उठाए जाने पर कहा कि मैं इतना कहूंगा कि मध्य प्रदेश में 40% कमीशन नहीं है यह गारंटी के साथ कह सकता हूं जवाबदारी है। मेरी दूसरी बात यह है कि हर राज्य के चुनाव के मुद्दे अलग-अलग होते हैं आप समझ लीजिए कि मैं बंगाल गया तो मैंने घुसपैठियों का मुद्दा लगा दिया और मैं यहां पर आकर कहूं कि यहां पर भी हम घुसपैठियों का मुद्दा करेंगे तो यह संभव नहीं है हर राज्य की राजनीति अलग है हर राज्य के मुद्दे अलग होते हैं हर राज्य के नेतृत्व की क्षमता अलग होती है इसलिए हर राज्य की जनता का मूड भी अलग होता है मध्य प्रदेश की जनता भाजपा के साथ है देश की जनता ने 20 वर्षों से देखा है काम करते हुए देखा है और 15 महीने का कांग्रेस का कार्यकाल भी देखा है कांग्रेस का चरित्र उनके सामने है नेतृत्व परिवर्तन पर कहा कि मैं अखबार में पढ़ रहा हूं लेकिन ऐसी कोई संभावना नहीं है।